इलाहाबाद : बीईओ लड़े लड़ाई, कैसे होगी पढ़ाई, बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई पर विशेष जोर
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई पर विशेष जोर है। उसका पूरा खाका खींचा जा चुका है। गुणवत्ता जांचने का जिम्मा भी खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को दिया गया है, सूबे के तमाम बीईओ आदेश न मानने के लिए चर्चित हैं। कई अफसरों ने पिछले साल हुए तबादला आदेशों को नहीं माना है और विभागीय अफसर सिर्फ घुड़की देते रहे, उनका निलंबन तक नहीं कर पाए। ऐसे में स्कूलों की पढ़ाई इस बार भी रामभरोसे ही रहेगी।
परिषदीय स्कूलों में नये शैक्षिक सत्र को शुरू हुए एक माह बीत चुका है। अब तक वहां भले ही किताब, ड्रेस और बैग आदि का प्रबंध नहीं हुआ है, लेकिन शैक्षिक गुणवत्ता दुरुस्त करने के बहुतेरे आदेश पहुंच चुके हैं।
परिषद ने शैक्षिक कैलेंडर और फिर समय सारिणी जारी कर दिया है। साथ ही बीईओ को माह में 20 स्कूलों का निरीक्षण करने का जिम्मा दिया गया है। इसमें बीईओ को मुख्य रूप से शैक्षिक गुणवत्ता ही जांचनी है।
परिषद ने पहले माह की रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारियों से मांगी है, लेकिन अधिकांश जिलों ने रिपोर्ट भेजी ही नहीं है। इसकी वजह यह है कि बीईओ विद्यालयों में शैक्षिक हालात जानने के सिवा सारे कामों पर गौर करते रहे हैं। साथ ही हर विकास खंड में बीईओ तैनात भी नहीं है। सूत्रों की मानें तो स्कूलों में किताबें न होने से पढ़ाई कहने भर को हो रही है। शिक्षक बच्चों को बैठाये जरूर रहते हैं, लेकिन शैक्षिक कैलेंडर का अमल कहीं नहीं हो रहा है।