लखनऊ : तमाम प्रयासों के बाद भी राजधानी के स्कूल अपना ढर्रा बदलने को तैयार नहीं, डीआइओएस की नहीं सुन रहे स्कूल
जागरण संवाददाता, लखनऊ : तमाम प्रयासों के बाद भी राजधानी के स्कूल अपना ढर्रा बदलने को तैयार नहीं। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों का स्कूल अनुपालन नहीं कर रहे हैं। स्कूलों के मनमाने रवैये से जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ मुकेश कुमार सिंह भी आजिज आ चुके। यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण हेतु स्कूलों से मांगे गए ब्यौरे को न देने पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जारी पत्र में कुछ ऐसी पीड़ा देखने को मिली। डीआइओएस ने स्कूलों के रवैये पर चिंता जाहिर करते हुए इसे खेदजनक बताया।1यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण को ऑनलाइन व्यवस्था के तहत कराए जाने के लिए राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्त विहीन मान्यता प्राप्त स्कूलों से अपना ब्योरा विभाग की वेबसाइट 666.4स्रे2स्र.ी4ि.्रल्ल पर अपलोड कराने को कहा गया था, जिससे सत्र 2018-19 में की परीक्षाओं के लिए समय से पहले प्रक्रिया सुनिश्चित कर ली जाए। इसके लिए स्कूलों को 16 मई तक का समय दिया गया था। बावजूद इसके अधिकांश स्कूलों ने इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। 1डीआइओएस ने स्कूलों के रवैये पर खेद जाहिर करते हुए जल्द से जल्द ब्योरा अपलोड किए जाने के निर्देश दिए। डीआइओएस के निर्देश पर अमल न किए जाने का यह नया व पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी फीस वृद्धि के मामले पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा 12 अप्रैल को स्कूलों से आय-व्यय का ब्योरा मांगा गया था, जिसे स्कूलों ने आज तक मुहैया कराना मुनासिब नहीं समझा। 1जागरण संवाददाता, लखनऊ : तमाम प्रयासों के बाद भी राजधानी के स्कूल अपना ढर्रा बदलने को तैयार नहीं। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों का स्कूल अनुपालन नहीं कर रहे हैं। स्कूलों के मनमाने रवैये से जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ मुकेश कुमार सिंह भी आजिज आ चुके। यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण हेतु स्कूलों से मांगे गए ब्यौरे को न देने पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जारी पत्र में कुछ ऐसी पीड़ा देखने को मिली। डीआइओएस ने स्कूलों के रवैये पर चिंता जाहिर करते हुए इसे खेदजनक बताया।1यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण को ऑनलाइन व्यवस्था के तहत कराए जाने के लिए राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्त विहीन मान्यता प्राप्त स्कूलों से अपना ब्योरा विभाग की वेबसाइट 666.4स्रे2स्र.ी4ि.्रल्ल पर अपलोड कराने को कहा गया था, जिससे सत्र 2018-19 में की परीक्षाओं के लिए समय से पहले प्रक्रिया सुनिश्चित कर ली जाए। इसके लिए स्कूलों को 16 मई तक का समय दिया गया था। बावजूद इसके अधिकांश स्कूलों ने इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। 1डीआइओएस ने स्कूलों के रवैये पर खेद जाहिर करते हुए जल्द से जल्द ब्योरा अपलोड किए जाने के निर्देश दिए। डीआइओएस के निर्देश पर अमल न किए जाने का यह नया व पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी फीस वृद्धि के मामले पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा 12 अप्रैल को स्कूलों से आय-व्यय का ब्योरा मांगा गया था, जिसे स्कूलों ने आज तक मुहैया कराना मुनासिब नहीं समझा। 1परीक्षा केंद्र निर्धारण प्रकरणस्कूलों को फिर से रिमाइंडर दिया गया है, जो स्कूल इस बार ब्योरा उपलब्ध नहीं कराएंगे, उनसे सख्ती से पेश आया जाएगा।1डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डीआइओएस