आगरा : बीएड कॉलेजों की सीटें रह जाएंगी आधी, इस बार नेशनल काउंसिल फॉर टीचर (एनसीटीई) के मानकों से बीएड की सीटें निर्धारित की जाएंगी।
आगरा : अंबेडकर विवि से संबद्ध बीएड कॉलेजों को झटका लग सकता है। इस बार नेशनल काउंसिल फॉर टीचर (एनसीटीई) के मानकों से बीएड की सीटें निर्धारित की जाएंगी। ऐसे में सीटों की संख्या आधी हो सकती हैं। विवि से 458 बीएड कॉलेज संबद्ध हैं। इन कॉलेजों में बीएड की 60 से 100 सीटें हैं। विवि ने बीएड कॉलेजों से सीटों की संख्या, अनुमोदित शिक्षक और इन्फ्रास्ट्रक्चर का ब्योरा मांगा है। 122 बीएड कॉलेज ब्योरा दे चुके हैं, इन कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या कम है। एनसीटीई के मानकों के तहत 50 छात्रों के लिए 10 और 100 छात्रों के लिए 16 शिक्षक होने चाहिए। मगर, अधिकांश बीएड कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या पांच से छह ही है।
इन कॉलेजों में 60 से 100 बीएड सीटों पर प्रवेश लिया जा रहा है। 1पीआरओ डॉ. गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि लखनऊ विवि को जून में बीएड (सत्र 2017-19) काउंसिलिंग करानी है। जिन कॉलेजों ने ऑनलाइन ब्योरा दे दिया है, उनकी सीटों का निर्धारण एनसीटीई के मानक से किया जा रहा है। ऑनलाइन ब्योरा न देने वाली बीएड कॉलेजों को काउंसिलिंग में शामिल नहीं किया जाएगा।