इलाहाबाद : माध्यमिक विद्यालयों में हाईटेक होगी उपस्तिथि।
माध्यमिक विद्यालयों में हाईटेक होगी उपस्थिति
जासं, इलाहाबाद : जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कर्मचारियों और शिक्षकों की उपस्थिति व्यवस्था को हाईटेक करने की तैयारी है। समय से आए शिक्षक-कर्मचारियों के सही आंकलन के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग यह कदम उठा रहा है। ग्रीष्म कालीन अवकाश के बाद विद्यालय खुलने तक प्रधानाचार्यो को सीसीटीवी और बायोमीटिक प्रणाली को लगाना सुनिश्चित करना होगा। इसका प्रमाण पत्र भी फोटो सहित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में देना होगा। 1यूपी बोर्ड से जुड़े माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों-कर्मियों की इलेक्ट्रानिक उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। शासन की मंशा के अनुरूप यह कवायद शुरू की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने बताया कि गर्मियों की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने से पहले डिजिटल उपस्थिति लगाने की योजना पूरी कर लेनी चाहिए। स्कूल-कालेज के शिक्षकों-कर्मचारियों द्वारा समय से डिजिटल हस्ताक्षर के आधार पर वेतन व भत्ते दिए जाएंगे। डीआइओएस का कहना है कि जिले के सभी माध्यमिक कालेजों में इस योजना को क्रियान्वयन का प्रमाणपत्र भी देना होगा। कहा कि स्कूल-कालेजों से शिक्षक एवं कर्मचारियों के देर से आने और उपस्थिति में धांधली की सूचना आती रहती है। वर्षो से हो रही शिकायतों के परिप्रेक्ष्य में यह कदम उठाया गया है। कैमरा लगाने का मकसद शिक्षकों की कक्षा में उपस्थिति सुनिश्चित कराना है।जासं, इलाहाबाद : जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कर्मचारियों और शिक्षकों की उपस्थिति व्यवस्था को हाईटेक करने की तैयारी है। समय से आए शिक्षक-कर्मचारियों के सही आंकलन के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग यह कदम उठा रहा है। ग्रीष्म कालीन अवकाश के बाद विद्यालय खुलने तक प्रधानाचार्यो को सीसीटीवी और बायोमीटिक प्रणाली को लगाना सुनिश्चित करना होगा। इसका प्रमाण पत्र भी फोटो सहित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में देना होगा। 1यूपी बोर्ड से जुड़े माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों-कर्मियों की इलेक्ट्रानिक उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। शासन की मंशा के अनुरूप यह कवायद शुरू की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने बताया कि गर्मियों की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने से पहले डिजिटल उपस्थिति लगाने की योजना पूरी कर लेनी चाहिए। स्कूल-कालेज के शिक्षकों-कर्मचारियों द्वारा समय से डिजिटल हस्ताक्षर के आधार पर वेतन व भत्ते दिए जाएंगे। डीआइओएस का कहना है कि जिले के सभी माध्यमिक कालेजों में इस योजना को क्रियान्वयन का प्रमाणपत्र भी देना होगा। कहा कि स्कूल-कालेजों से शिक्षक एवं कर्मचारियों के देर से आने और उपस्थिति में धांधली की सूचना आती रहती है। वर्षो से हो रही शिकायतों के परिप्रेक्ष्य में यह कदम उठाया गया है। कैमरा लगाने का मकसद शिक्षकों की कक्षा में उपस्थिति सुनिश्चित कराना है।