एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़े

अटेवा अयोध्या अवकाश आंगनबाड़ी आंदोलन इलाहाबाद उत्तर प्रदेश उन्नयन उन्नाव उपस्थिति एनपीएस कन्वर्जन कास्ट कस्तूरबा कानपुर कार्यवाही कुशीनगर क्रीड़ा प्रतियोगिता गाजीपुर गोण्डा गोरखपुर चंदौली चुनाव जनपदवार खबरें जनपदीय रैली जर्जर भवन जीपीएफ जूनियर शिक्षक संघ जौनपुर ज्ञापन झांसी डायट देवरिया देहरादून नई दिल्ली नवोदय विद्यालय निपुण बैठक निरीक्षण निलम्बन नोटिस पदोन्नति परीक्षा कार्यक्रम पीलीभीत प्रतापगढ़ प्रदर्शन प्रयागराज प्रशिक्षण प्राथमिक शिक्षक संघ फर्जीवाड़ा बस्ती बायोमीट्रिक हाजिरी बेसिक क्रीड़ा प्रतियोगिता महराजगंज माता उन्मुखीकरण लखनऊ वाराणसी शाहजहांपुर शिक्षा विभाग संतकबीरनगर सिद्धार्थनगर

Search Your City

इलाहाबाद : पीटी टीचर क्यों नहीं बन सकते प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापक का पद सिर्फ शिक्षण कार्य करने वाले अध्यापक को ही ।

0 comments

इलाहाबाद : पीटी टीचर क्यों नहीं बन सकते प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापक का पद सिर्फ शिक्षण कार्य करने वाले अध्यापक को ही ।

अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद ।पीटी या दूसरी प्रयोगात्मक परीक्षा लेने वाले इंटरमीडिएट कॉलेजोें के शिक्षक प्रधानाध्यापक बनने की योग्यता रखते हैं अथवा नहीं इस मुद्दे पर वैधानिक विवाद की स्थिति खड़ी हो गई है। प्रश्न है कि बीपीएड और बीएड डिग्री समान है तो फिर प्रधानाध्यापक बनाने में भेद किस प्रकार से किया जा सकता है। एक पक्ष का इस मामले में मत है कि प्रधानाध्यापक का पद सिर्फ शिक्षण कार्य करने वाले अध्यापक को ही दिया जा सकता है।

विंध्याचल यादव केस में हाईकोर्ट ने भी यही निर्णय दिया है। प्रकरण पर सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति अरुण टंडन और न्यायमूर्ति पीसी त्रिपाठी की पीठ ने कहा कि शारीरिक शिक्षा या प्रैक्टिकल कराने वाले अध्यापक क्या अध्यापक नहीं हैं। अध्यापकों के बीच श्रेणी बनाकर उनके बीच भेद नहीं किया जा सकता है। जब बीपीएड और बीएड की डिग्री एक समान है तो शिक्षकों के बीच भेद कैसे किया जा सकता है। इस मामले में पूर्व न्यायिक निर्णयों में मतभिन्नता है। इसे देखते हुए कोर्ट ने प्रकरण वृहदपीठ को संदर्भित कर दिया है। प्रकरण तीन जजों की पीठ के सामने भेजने के लिए मुख्य न्यायमूर्ति को संदर्भित कर दिया गया है।

विवाद का बिंदु उस स्थिति में सामने आया जब पीटी टीचर को एक इंटर कॉलेज में वरिष्ठता के आधार पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य का प्रभार दे दिया गया। उनसे कनिष्ठ शिक्षक ने इस चुनौती देकर कहा कि शिक्षण कार्य करने वाले अध्यापक को भी प्रधानाध्यक का दायित्व दिया जा सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।