मेरठ : मुझे पता है, कैसे होते हैं शिक्षकों के तबादले: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मेरठ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मेरठ आगमन को एक दिन बीत चुका है। लेकिन अफसर अभी भी समीक्षा बैठक में सीएम द्वारा की गई सुधार के साथ सख्ती की डोज की खुमारी से बाहर नहीं निकल पाए हैं। बैठक में योगी ने अन्य मुददों के साथ बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के स्थानांतरण और टूटी सड़कों पर नाराजगी व्यक्त कर सुधार के सख्त निर्देश दिए।
आयुक्त सभागार में मंगलवार की दोपहर आयोजित बैठक में करीब सवा दो घंटे योगी आदित्यनाथ ने मंडल की समीक्षा की। विकासकारी योजनाओं के साथ कानून व्यवस्था की जानकारी ली। लेकिन मुख्यमंत्री का सबसे अधिक ध्यान बेसिक शिक्षा विभाग पर रहा। योगी ने शिक्षकों की तबादला नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुङो पता है कैसे शिक्षकों के तबादले देहात के स्कूलों से शहर में हो जाते हैं। सीएम ने पूछा कि शहर क्षेत्र के स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने के बाद भी शिक्षकों की संख्या अधिक क्यों होती है? अब ऐसा नहीं चलेगा। अधिकारियों को खुद में सुधार करना होगा और शहर आए शिक्षकों को वापस ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में भेजना होगा।
अफसरों से सवाल करते हुए सीएम ने पूछा कि स्कूलों के लिए किसी अधिकारी ने अपने स्तर से कुछ किया है क्या? बाद में उन्होंने खुद ही निर्देश देते हुए कहा कि हर अधिकारी एक स्कूल को गोद ले और वहां शिक्षा के साथ अन्य व्यवस्थाओं को भी अपने स्तर से सुधार करें। इसके अलावा बच्चों को स्कूल लाने के लिए भी विशेष अभियान चलाए। उधर, टूटी सड़कों पर भी मुख्यमंत्री का पूरा जोर रहा। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि 15 जून तक का समय सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए दिया है। इसके बाद कोई बहाना नहीं सुना जाएगा। सड़क में गड्ढा दिखने पर तुरंत कार्रवाई कर दी जाएगी। योगी ने बैठक समाप्त होने के समय कहा कि परिवर्तन के लिए सरकार का गठन हुआ है। अधिकारी खुद को बदल लें या कार्रवाई के लिए तैयार रहें।