इलाहाबाद : पढ़ाना छोड़ अब अंत्योदय लाभार्थियों के सर्वे में लगे शिक्षक
विजय सक्सेना, अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को अब अंत्योदय योजना के लाभार्थियों के सर्वे के काम में लगा दिया गया है। शिक्षकों को सूची दी गई है। जिसे लेकर शहर और ग्रामीण क्षेत्र में जाकर शिक्षक इसके आधार पर सत्यापन एवं अत्योदय योजना से अपात्रों को हटाकर पात्र लाभार्थियों का चयन करेंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित इन विद्यालयों के शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाने के अलावा भी दूसरे कामों में लगाया जाता है। विद्यालयों में पढ़ाई के साथ बच्चों के लिए भोजन का इंतजाम करना इन शिक्षकों के काम का हिस्सा है। इसके बाद कभी राशन वितरण तो कभी बच्चों की गणना, पोलियो अभियान, पेंशन योजना, हाउस होल्ड सर्वे जैसे कामों में भी इन शिक्षकों को लगाया जाता है।
अब विद्यालयों में नया सत्र शुरू होने के कुछ समय बाद ही अंत्योदय योजना की सूची के सत्यापन के काम में लगाने से शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है।
डीएम की ओर से अंत्योदय योजना में शामिल लोगों की सूची जारी की गई है। यह सूची बीएसए और खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के पास भेजी गई है और उनसे कहा गया है कि शिक्षकों को यह सूची देकर अंत्योदय योजना के पात्रों का चयन करें, जिनका गलत तरीके से सूची में नाम शामिल हो गया है, उन्हें बाहर करें और नए पात्रों को शामिल करें।
प्राथमिक विद्यालयों में नया शैक्षिक सत्र अप्रैल में शुरू हुआ है। एक माह बीतने के बावजूद यहां किताबें अभी तक नहीं आई हैं, जिसकी वह से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षक पुरानी किताबों से किसी तरह कोर्स पूरा कराने का प्रयास कर रहे हैं। इस बीच उन्हें अंत्योदय योजना के लिए भी काम करना है और उसे तीन जून तक पूरा भी करना है। यानी विद्यालय में पढ़ाई के बाद शिक्षक सूची लेकर उसके सत्यापन के लिए निकल रहे हैं। शिक्षकों को यह भी निर्देश है कि वह पढ़ाई बीच में छोड़कर विद्यालय की लॉग बुक में लिखकर सत्यापन के काम के लिए जा सकते हैं।