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इलाहाबाद : कमिश्नर के निरीक्षण में बीएसए मिले गैरहाजिर, आइजी ने चार्ज संभाला अफसरों के संग मीटिंग, कार्यालय में गंदगी, अव्यवस्था पर कर्मचारियों को फटकारा,

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इलाहाबाद : कमिश्नर के निरीक्षण में बीएसए मिले गैरहाजिर, आइजी ने चार्ज संभाला अफसरों के संग मीटिंग, कार्यालय में गंदगी, अव्यवस्था पर कर्मचारियों को फटकारा,

जासं, इलाहाबाद : कमिश्नर आशीष गोयल ने बुधवार को बीएसए कार्यालय के साथ ही डफरिन और एमडीआइ अस्पतालों का निरीक्षण किया। मिली खामियों को सुधारने का निर्देश दिया।

कमिश्नर बुधवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां का रिकार्ड रूम अत्यंत अव्यवस्थित मिला। टूटे-फूटे फर्नीचर और गंदगी देखकर कमिश्नर ने वहां मौजूद कर्मचारियों को फटकार लगाई। इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड विकास अधिकारी कार्यालय से गैरहाजिर मिले। कार्य में ढिलाई पर दोनों अधिकारियों को दोषी माना गया। यहां से कमिश्नर डफरिन अस्पताल पहुंचे। मरीजों और तीमारदारों से भरे डफरिन अस्पताल में मंडलायुक्त पंजीकरण कार्यालय के अंदर दाखिल हो गए। वहां काम ठीक होता देख वह पैथालाजी में निरीक्षण करने पहुंचे। वहां ब्लड सैंपल देने के लिए लोग कतार में खड़े थे। उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें जांच कराने के लिए पैसे तो नहीं देने पड़ते या किसी प्रकार की असुविधा तो नहीं है। इस पर सयमा नाम की महिला ने उन्हें बताया कि जांच और अन्य सुविधाएं निश्शुल्क मिली हैं। औषधि वितरण केंद्र में उन्होने दवाइयों के रख-रखाव की व्यवस्था भी देखी। ओपीडी में एक डाक्टर को एप्रेन में न देख कमिश्नर ने उन्हें एप्रेन पहनने की सलाह दी। इसके बाद कमिश्नर एमडीआई नेत्र अस्पताल पहुंचे। प्रत्येक वार्ड, आपरेशन थियेटर और प्रबंधन का घंटों निरीक्षण किया।जासं, इलाहाबाद : कमिश्नर आशीष गोयल ने बुधवार को बीएसए कार्यालय के साथ ही डफरिन और एमडीआइ अस्पतालों का निरीक्षण किया। मिली खामियों को सुधारने का निर्देश दिया। 1कमिश्नर बुधवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां का रिकार्ड रूम अत्यंत अव्यवस्थित मिला। टूटे-फूटे फर्नीचर और गंदगी देखकर कमिश्नर ने वहां मौजूद कर्मचारियों को फटकार लगाई। इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड विकास अधिकारी कार्यालय से गैरहाजिर मिले। कार्य में ढिलाई पर दोनों अधिकारियों को दोषी माना गया। यहां से कमिश्नर डफरिन अस्पताल पहुंचे। मरीजों और तीमारदारों से भरे डफरिन अस्पताल में मंडलायुक्त पंजीकरण कार्यालय के अंदर दाखिल हो गए। वहां काम ठीक होता देख वह पैथालाजी में निरीक्षण करने पहुंचे। वहां ब्लड सैंपल देने के लिए लोग कतार में खड़े थे। उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें जांच कराने के लिए पैसे तो नहीं देने पड़ते या किसी प्रकार की असुविधा तो नहीं है। इस पर सयमा नाम की महिला ने उन्हें बताया कि जांच और अन्य सुविधाएं निश्शुल्क मिली हैं। औषधि वितरण केंद्र में उन्होने दवाइयों के रख-रखाव की व्यवस्था भी देखी। ओपीडी में एक डाक्टर को एप्रेन में न देख कमिश्नर ने उन्हें एप्रेन पहनने की सलाह दी। इसके बाद कमिश्नर एमडीआई नेत्र अस्पताल पहुंचे। प्रत्येक वार्ड, आपरेशन थियेटर और प्रबंधन का घंटों निरीक्षण किया।जासं, इलाहाबाद : नए आइजी रमित शर्मा ने बुधवार को चार्ज संभाल लिया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि थाने पहुंचे हर शख्स को इंसाफ मिले, इसे प्राथमिकता में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भयमुक्त समाज का वातावरण बनाना पुलिस का काम है, ऐसे में शहर और देहात में ऐसी पुलिसिंग कराई जाएगी जिससे लोग खुद को सुरक्षित महसूस करें। आइजी ने महिला उत्पीड़न, छेड़खानी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रेंज के सभी जिलों में अभियान चलाने और स्पेशल टीम बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर की पुलिस के बीच समन्वय स्थापित होगा ताकि अपराधियों को कहीं पनाह न मिल सके। आइजी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर तमाम दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन से आए निर्देशों का हर हाल में पालन कराना है। बाद में वे एडीजी एसएन साबत से भी मिले। रमित शर्मा मूल रूप से हापुड़ के रहने वाले हैं। वे 1999 बैच के आइपीएस हैं। वह डीआइजी मेरठ, डीआइजी रेलवे रह चुके हैं। कप्तान के तौर पर वह दस से अधिक जिलों में रहे।जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण करते कमिश्नर आशीष गोयल ’ जागरणआइजी रमित शर्मा।

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