बागपत : डीआइओएस ने किया सरप्लस शिक्षकों का ब्योरा तलब
बागपत: सहायता प्राप्त माध्यमिक सरप्लस स्कूलों के शिक्षक दूसरे स्कूल में समायोजित हो सकते हैं। शिक्षा निदेशक ने डीआइओएस से सरप्लस शिक्षकों का ब्योरा तलब किया है। उन्होंने 25 मई 1977 में निर्धारित मानकों के अनुसार परीक्षण करने के उपरांत अशासकीय सहायता सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षावार छात्र संख्या व शिक्षकों के सृजित पदों का ब्योरा देने को कहा है। सहायक अध्यापक तथा प्रवक्ता के कितने पद हैं, इनका ब्योरा अलग-अलग देना होगा।
शिक्षकों निदेशक ने 19 मई तक शिक्षकों का ब्योरा भेजने का आदेश दिया है। डीआइओएस ने कहा कि स्कूलों से ब्योरा प्राप्त करेंगे। बता दें कि बागपत में 72 सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल हैं। कुछ स्कूलों में सरप्लस शिक्षक हैं, वहीं काफी स्कूलों में शिक्षकों के 60 से 70 फीसद पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य प्रभावित होता रहता है। पर, अब शिक्षा विभाग की उक्त कवायद से लगने लगा हैं कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी और शिक्षण गुणवत्ता में सुधार होगा।
यहां भी असमानता
बागपत: सहायता प्राप्त ही नहीं बल्कि राजकीय माध्यमिक स्कूलों में भी शिक्षकों की नियुक्ति में असमानता कम नहीं है। बागपत में 13 राजकीय हाईस्कूल तथा पांच राजकीय कन्या इंटर कालेज हैं। इनमें 86 शिक्षक कार्यरत हैं जो मानक से आधे हैं। आधा दर्जन राजकीय हाईस्कूल जहां एक-एक शिक्षक के भरोसे हैं वहीं आधा दर्जन स्कूलों में जरुरत से काफी ज्यादा शिक्षक हैं। सरप्लस शिक्षकों को हटाकर दूसरे स्कूलों में समायोजित करने पर शिक्षण की गुणवत्ता सुधरेगी और छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ेगी। डीआइओएस ने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक से लिखित में अनुरोध करेंगे।