महराजगंज : बैठक में छाया रहा शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का मुद्दा, मनमानी से महिला शिक्षकों को नहीं मिल रहा अवकाश
जागरण संवाददाता, महराजगंज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की गुरुवार को लाल बहादुर शास्त्री इंटर कालेज में हुई जिला कार्यकारिणी की में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार खत्म न होने का मुद्दा छाया रहा। भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए शिक्षकों ने 11 मई को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। जिलाध्यक्ष अशोक कुमार राय ने कहा कि बीते 25 अप्रैल को लखनऊ में आयोजित केंद्रीय कार्यकारिणी की में शिक्षकों की समस्याओं के समाधान व शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ चरण बद्ध आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया था। इसी निर्णय के क्रम में आगामी 11 मई को जिले के शिक्षक आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त 16 हजार स्व वित्त पोषित विद्यालयों के अंशकालिक शिक्षकों को पूर्ण कालिक शिक्षक बनाए जाने व समान कार्य के लिए समान वेतन की संगठन करता है। शिक्षा विभाग के कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त किया जाए। सभी जानते हैं कि निदेशालय स्तर पर शिक्षकों के देयकों के का भुगतान बिना भ्रष्टाचार के संभव नहीं है। प्रदेश के शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली की लगातार हो रही है। इसके साथ ही नई पेंशन प्रणाली के अंतर्गत कटौती की कार्यवाही प्रदेश में अब तक सुनिश्चित नहीं हो पाई है। शिक्षकों को पता ही नहीं है कि कटौती की धनराशि कहां जा रही है? जिला मंत्री विजय प्रताप सिंह ने कहा कि महिला शिक्षकों को अनुमन्य अवकाश भी प्रबंधकों की मनमानी की भेंट चढ़ गई है। विद्यालय में गुणवत्ता युक्त व रोजगार मूलक शिक्षा की व्यवस्था के लिए व्यावसायिक व कंप्यूटर शिक्षकों के स्थाई पद सृजित होने चाहिए। सहायक माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए निश्शुल्क चिकित्सा की सुविधा अब तक मुहैया नहीं कराई गई। इसे तत्काल मुहैया कराया जाना चाहिए। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर 11 मई को प्रदर्शन किया जाएगा।1इस अवसर पर दिवाकर मिश्र, राजेंद्र सिंह, आदित्यनाथ शुक्ला,प्रभात कुमार पांडेय आदि ने भी विचार व्यक्त किया।
🔴 प्रबंधकों की मनमानी से महिला शिक्षकों को नहीं मिल रहा अवकाश
🔵 माध्यमिक शिक्षकों का 11 मई को प्रदर्शन का एलान