लखीमपुर खीरी : स्कूल में बंधते हैं जानवर और खेला जाता है जुआ, खंड शिक्षा अधिकारी नहीं दे रहे हैं ध्यान, अनदेखी का शिकार होकर रह गए कंपोजिट विद्यालय
पलियाकलां-खीरी। कक्षा एक से लेकर आठ तक की शिक्षा मुहैया कराने के इरादे से पलिया ब्लॉक में बनाए गए कंपोजिट विद्यालय का बुरा हाल है। हालत यह है कि नवनिर्मित विद्यालय भवन जुआरियों का अड्डा बन गया है। जहां जानवर बांधे जाते हैं, आसपास के बच्चे वहां खेल कर समय गुजारते हैं लेकिन उनकी पढ़ाई को लेकर कोई भी संजीदा नजर नहीं आता। शासन ने नगर क्षेत्र में कंपोजिट विद्यालय बनाने की सोची। साल 2011 में शुरू हुई कवायद पर अगले वर्ष ही काम भी चालू कर दिया गया। उप्र समाज कल्याण विभाग को पलिया में दो जगहों पर विद्यालय बनाने की जिम्मेदारी दी गई। बीते वर्ष दिसंबर माह में ही टेहरा शहरी काकंपोजिट विद्यालय भवन बनकर तैयार हो गया था। लेकिन तब से लेकर अब तक उसे हैंडओवर नहीं किया जा सका है। इस बीच यहां आसपास के अराजक तत्वों ने डेरा डाल लिया। एक चपरासी यहां तैनात तो किया गया था, लेकिन पैसा न मिलने की वजह से वह भाग गया। अब तो दिन भर यहां जुआरी डटे रहते हैं, जो विद्यालय को गंदा करने से भी गुरेज नहीं करते। विद्यालय कक्षों में जानवर बांधे जा रहे हैं। कुछ लोग तो मलमूत्र भी यहीं पर त्यागते हैं। भवन का प्लास्टर तक टूटने लगा है। खंड शिक्षा अधिकारी की अनदेखी के चलते अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। जिम्मेदारों की सुनिए, इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी ओंकार सिंह ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय हमें हैंडओवर नहीं हुआ है। इस प्रकरण में एक बार बीएसए को लिखा गया था। उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, इसीलिए मैंने भी आगे कोई प्रयास नहीं किया। फिलहाल कंपोजिट विद्यालय की क्या स्थिति है मुझे नहीं पता।