बांदा : बेसिक शिक्षा विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए अलग ही खेल चल रहा, निलंबन की सजा, मनचाही तैनाती का मजा
जागरण संवाददाता, बांदा : बेसिक शिक्षा विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए अलग ही खेल चल रहा है। निलंबन की सजा देकर कई शिक्षकों को उनके मनचाहे विद्यालय में तैनाती का मजा दिया गया। यही नहीं, अनुपस्थिति पर शिक्षकों का वेतन रोक दिया जाता है, बाद में सवेतन बहाल किया जाता है। ऐसे दर्जनों मामले उजागर होने के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर जांच शुरू हो गई है। मुख्य विकास अधिकारी रामकुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) से नौ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण के साथ अभिलेख भी मांगे हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बेसिक शिक्षाधिकारी ने तीन दर्जन से अधिक शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय से निलंबित कर शहर व शहर के आसपास के मनचाहे विद्यालयों में तैनाती दी है। उदाहरण के तौर पर अनीता गुप्ता को ग्राम छनेहरा के विद्यालय से निलंबित किया गया और बाद में शहर के पास रामगुलाम के पुरवा में बहाली दे दी गई। प्राथमिक विद्यालय पारा, विसंडा की सहायक अध्यापिका अनीता मिश्रा को निलंबित कर ग्राम चहितार,बड़ोखरखुर्द विद्यालय में बहाल किया गया। सहायक अध्यापिका शैलेंद्री देवी को प्राथमिक विद्यालय जौहरी से निलंबित कर अरबई में तैनाती दी गई। इसी तरह दर्जनों शिक्षकों का विद्यालय में अनुपस्थित रहने पर वेतन रोका गया। बाद में उन्हें सवेतन बहाल कर दिया गया। इस मनमानी पर बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि किस अध्यापक को किस आरोप में निलंबित किया गया। आरोप पत्र कब दिया गया। यदि नहीं दिया गया तो क्यों। निलंबन व आरोप पत्र में लगाए गए आरोपों में से कितने सिद्ध पाए गए। किस कारण से दूसरे विद्यालय में बहाली दी गई। यह भी पूछा गया है कि पिछले एक साल में कितने शिक्षकों को निलंबित कर उन्हें बहाली दी गई है।