इलाहाबाद : परिषदीय विद्यालयों में जनशक्ति निर्धारण की हो रही समीक्षा, बेसिक शिक्षा परिषद की बैठक आज
इलाहाबाद। बेसिक शिक्षा परिषद की बैठक शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से एलनगंज स्थित सीमैट सभागार में होगी। इस दौरान कईनिर्णय लिये जाने की संभावना है।बैठक में बेसिक शिक्षा के प्रभारी निदेशक डा.सव्रेन्द्र वीर विक्रम सिंह, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद और निदेशक सीमैट संजय सिन्हा सहित अन्य सदस्य शामिल होंगे।
प्रदेश के एक -एक परिषदीय विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका एवं छात्र-छात्राओं का तैयार हो रहा विवरणप्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में जनशक्ति का निर्धारण शुरू हो गया है।इसके लिए जिलेवार छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं की विद्यालयवार संख्या पर जोर दिया जा रहा है जिससे कि जरुरत पड़ने पर अधिक छात्र-छात्राओं वाले विद्यालयों में कम छात्र-छात्राओं वाले विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का तबादला किया जा सके।गुरुवार को एलनगंज के सीमैट सभागार में हुई बैठक में बस्ती, देवीपाटन, चित्रकूट और लखनऊमण्डल के जिलों के बीएसए पूरे विवरण सहित शामिल हुए।
शुक्रवार को बरेली, मुरादाबार, कानपुर, मेरठ सहित अन्य मण्डलों के जिलों के बीएसए सहित अन्य अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान संबंधित जिलों के बीएसए ने अपने जिले के परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या एवं रिक्त पदों का विवरण बुकलेट एवं सीडी में दिया है जिससे कि बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारी यह जान सके कि किस जिले में कितने परिषदीय विद्यालय, छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं है।बैठक के दौरान यह तय समाने आया है कि नगर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र में कईऐसे विद्यालय हैजहां पर छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक है लेकिन शिक्षक-शिक्षिकांए कम है।वही दूसरी ओर यह भी बात सामने आयी कि कईऐसे विद्यालय नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में है जहां पर शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या अधिक है लेकिन छात्र-छात्राओं की संख्या बहुत कम है।वह विद्यालय किसी तरह से शिक्षाधिकारियों की फाइलों में चल रहे है।
जो जनशक्ति निर्धारण में अब खुलकर सामने आया है।ऐसे विद्यालयों की संख्या इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, कानपुर, आगरा, बरेली, मुरादाबाद, जौनपुर, आजमगढ़, भदोही, गोरखपुर, उन्नाव, फतेहपुर सहित जिलो में अधिक है। अगर शिक्षक-शिक्षिकाओं की किसी जिले में ज्यादा कमी है तो जरुरत के अनुसार आने वाले समय में उनका तबादला किया जा सके।इस दौरान कम शिक्षक वाले जिलों में शिक्षण कार्यप्रभावित न होने पाये।बैठक में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा , सहायक सचिव बेसिक शिक्षा परिषद अशोक कु मार गुप्ता और उप सचिव बेसिक शिक्षा परिषद स्कन्द शुक्ला शामिल हुए।