13 शिक्षकों पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार
सीतापुर : 16448 शिक्षक भर्ती घोटाले में अवैध नियुक्तियां पाने वाले 13 शिक्षकों के विरुद्ध विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है। शिक्षकों को भेजी गई नोटिस के जवाब की अवधि समाप्त होने के बाद विभाग इन्हें रिमाइंडर भेज कर फिर से जवाब देने का समय मुकर्रर करेगा। इसकी समय सीमा समाप्त होते ही बीएसए शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई कर सकते हैं। 'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशन के बाद से तत्कालीन बीएसए से लेकर शिक्षक भर्ती में शामिल लोगों में जिम्मेदारों में खलबली मची हुई है।
बीते साल हुई शिक्षक भर्ती में तत्कालीन बीएसए राजेंद्र ¨सह ने 13 शिक्षकों को अवैध तरीके से नियुक्ति पत्र जारी कर दिया था। इनमें केएम प्रियंका, मेघा राना, राम सहाय वर्मा, रचना राठौर, चंद्रवीर ¨सह, प्रमोद चौधरी, ज्ञानेंद्र ¨सह, विपिन कुमार, वीर नरायन, दीप्ति प्रधान, मंजू चौधरी, पवन कुमार पुष्कर व स्मृति मिश्रा शामिल हैं। इनमें से दस शिक्षक डीएड डिग्रीधारक हैं, जबकि तीन की डिग्री ऐसी थी जिसका शासनादेश में दूर तक जिक्र नहीं था। 'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशन के बाद सहायक मंडलीय निदेशक षष्ठ मंडल महेंद्र ¨सह राना ने सीतापुर आकर पूरे प्रकरण की जांच की थी। जांच में अवैध नियुक्तियां मिलने पर उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट निदेशक बेसिक शिक्षा को भेज दी थी। उधर इस मामले में बीएसए ने सभी 13 शिक्षकों को नोटिस भेजकर एक सप्ताह में अभिलेख सहित साक्ष्य प्रस्तुत करने का समय दिया था। समय सीमा समाप्त होने के बाद बीएसए पन्ना राम सभी शिक्षकों को रिमाइंडर भेजने की तैयारी में हैं। रिमाइंडर के जवाब की अवधि खत्म होने के बाद बीएसए सभी 13 शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई कर सकते हैं। भर्ती घोटाले में पटल सहायक, जांच टीम, चयन समिति व तत्कालीन बीएसए सहित विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की माने तो शासन स्तर से भी दो से तीन अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई हो सकती है।