तीन शिक्षक नेताओं समेत 28 शिक्षकों पर रिपोर्ट दर्ज
पीलीभीत: तीन दिन पूर्व कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार कार्यालय में हुए शिक्षकों और कोषागार कर्मचारियों के बीच विवाद मामले में सोमवार को कोषागार कर्मचारियों की ओर से शिक्षक नेताओं समेत अठाइस शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस ने तीन शिक्षक नेताओं को नामजद करते हुए पच्चीस शिक्षकों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट समेत संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गत दस अप्रैल को अपने बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षक कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार कार्यालय में गए थे। यहां कोषागार कर्मचारियों और कोषाधिकारी से वेतन भुगतान की मांग को लेकर नोंकझोंक हो गई थी। शिक्षक कोषागार कर्मचारियों पर अभद्रता का आरोप लगा रहे थे तो कोषागार कर्मचारियों का कहना था कि शिक्षकों ने उनसे अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कोषागार कार्यालय में तोड़फोड़ की। कोषाधिकारी ने तत्काल घटना की सूचना डीएम और एडीएम को दी थी। जिसके बाद डिप्टी कलेक्टर सूरज यादव और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। हंगामे के बाद सोमवार को तीसरे दिन कोषागार कर्मचारी भारतवीर ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। जिसमें पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की गई। डीएम के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस ने इस प्रकरण में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री उमेश गंगवार, जिला कोषाध्यक्ष पवन सिन्हा और ललौरीखेड़ा इकाई के मंत्री चंद्र मोहन गंगवार के खिलाफ बलवा करने, गाली गलौच करने और एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल देशपाल ¨सह ने बताया कि मुकदमे की विवेचना की जा रही है। विवेचना में जो भी सही पाया जाएगा उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।