फर्रुखाबाद : खंड शिक्षा अधिकारियों ने किट घोटाले की जांच दबाई
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत विज्ञान किट की खरीद में हुए घोटाले की जांच 15 दिन पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी कायमगंज व नवाबगंज को सौंपी गई थी, लेकिन उन्होंने अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं दी। अब घोटाले की शिकायत मुख्यमंत्री से कर दी गई है। एडी बेसिक ने एक सप्ताह में किट खरीद की विस्तृत जांच कराकर बेसिक शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
जिले के 565 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए विज्ञान किट खरीद के लिए 8 हजार रुपये के हिसाब से दिए गए थे। विज्ञान शिक्षा की सामग्री खरीदने के लिए 7 फर्मों की सूची भी राज्य परियोजना निदेशालय से भेजी गई थी, लेकिन जिले के अनेक विद्यालयों में विज्ञान किट की खरीद में घपला कर लिया गया। राजेपुर व बढ़पुर ब्लाक में मामला उजागर होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कायमगंज के खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र जौहर व नवाबगंज के ललित मोहनपाल को जांच सौंपी। अभी तक उन्होंने रिपोर्ट नहीं दी।
पूर्व जिला अध्यक्ष व सह समन्वयकों पर किट बेचने का आरोप : इस बीच मौधा निवासी सत्यवीर ¨सह ने मुख्यमंत्री को शिकायत भेज दी। जिसमें प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष विजय बहादुर यादव व सह समन्वयकों पर विद्यालयों में दबाव बनाकर किट बेचने का आरोप लगाया। बढ़पुर में एबीआरसी प्रदीप, नवाबगंज में इरमान शेर, राजेपुर में विश्राम ¨सह, शमसाबाद में महेंद्र ¨सह द्वारा किट बेंचने की शिकायत की गई। सभी विद्यालयों में अंबाला की श्री इंटरप्राइजेज फर्म से खरीद दिखाई गई।
स्कूलों से वापस मंगाई जाए घटिया विज्ञान किट
मुख्यमंत्री से शिकायत में कहा गया कि मामले की उच्च अधिकारियों से जांच कराई जाए तथा घटिया विज्ञान किट विद्यालयों से वापस मंगाकर फर्म को वापस भेजी जाए। घपले में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए। दोषी सह समन्वयकों का नवीनीकरण न किया जाए।
तीन हजार की किट आठ हजार में
मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचने पर सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक डा. फतेह बहादुर ¨सह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से उच्च स्तरीय जांच कराकर सात दिन में रिपोर्ट मांगी है। एडी बेसिक ने कहा कि तीन हजार कीमत की किट आठ हजार रुपये में बेचने की शिकायत है। बीएसए संदीप चौधरी ने बताया कि नवाबगंज व कायमगंज के खंड शिक्षा अधिकारी को पहले ही जांच दे दी गई थी, रिपोर्ट मांगी जाएगी। शिक्षक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने बताया कि उनके संगठन ने सबसे पहले विज्ञान किट जांच की मांग उठाई थी। उनका नाम द्वेश भावना से घसीटा गया है।