रिकवरी आदेश के विरोध में शिक्षकों ने दी ड्रेस न बांटने की धमकी
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जिलाधिकारी के आदेश की अवहेलना कर यूनिफार्म के 25 फीसद धनराशि का भुगतान संबंधित एजेंसियों को कर दिए जाने के मामले में रिकवरी आदेश जारी होने के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच चुका है। अब शिक्षक संघ आदेश वापस न लिए जाने पर मौजूदा शिक्षण सत्र 2017-18 में यूनिफार्म न बांटने की धमकी दे डाली है। शुक्रवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले कलेक्ट्रेट पहुंचे शिक्षकों ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा। विभागीय स्तर से भुगतान पर लगी रोक की जानकारी न दिए जाने का आरोप मढ़ा तो प्रबंध समिति के निर्णय पर भुगतान होने की बात कहते हुए शिक्षकों का बचाव किया।
शैक्षिक सत्र 2015-16 में लिए सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में नि:शुल्क यूनिफार्म का वितरण शुरू होने से साथ ही धांधली की शिकायत उठने लगी थी। कहीं गुणवत्ता के विपरीत कपड़े तो कहीं बच्चों की नाप कराकर सिलाकर ड्रेस देने के बजाय सिला सिलाया रेडीमेड यूनिफार्म बांट दिया गया। उठती शिकायत को देखते हुए तत्लाकीन जिलाधिकारी ने विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजे गए 25 फीसद धनराशि करीब डेढ़ करोड़ रुपये के भुगतान पर रोक लगा दी थी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट आदेश जारी किया था कि संबंधित एजेंसियों को कुल धनराशि का 25 फीसद भुगतान नहीं करना है। उक्त आदेश प्रभावी रहने के बावजूद 25 फीसद धनराशि का भुगतान कर दिए जाने के मामले में जिलाधिकारी विशाख जी ने जनपद के 545 शिक्षकों से भुगतान की गई धनराशि के रिकवरी का आदेश दिया है। साथ ही एक सप्ताह के अंदर दोषी शिक्षकों से स्पष्टीकरण भी मांगा है। इस आदेश के विरोध में शुक्रवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार ¨सह के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे शिक्षकों ने पत्रक सौंपा। स्पष्टीकरण ग्रीष्मावकाश के बाद लेने की मांग की। साथ ही आरोप लगाया कि रोक संबंधी आदेश से विभागीय स्तर से उन्हें अवगत ही नहीं कराया गया। उधर प्रबंध समिति के निर्णय पर भुगतान किया गया जिसमें शिक्षक दोषी नहीं है। साथ ही चेतावनी दी कि रिकवरी आदेश वापस नहीं लिया गया तो शिक्षक मौजूदा सत्र में यूनिपार्म वितरित नहीं करेंगे। प्रतिनिधि मंडल नें जिला मंत्री घनश्याम यादव, मनोज उपाध्याय, अरुण कुमार पांडेय, वंशराज मौर्य, दिनेश मौर्य, मनोज शुक्ल, सूर्यकांत मौर्य, समरजीत यादव, कैलाशनाथ यादव, कृष्ण मुरार, सुभाष पाल, केके मौर्य, अनिल ¨सह आदि रहे।