हैंडपंप व शौचालय बदहाल होने पर नपेंगे जिम्मेदार
संतकबीर नगर : परिषदीय विद्यालयों में अभियान चलाकर हैंडपंप व शौचालय ठीक कराएं जाएंगें। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इसके लिए ब्लाक स्तर पर सूची बनाकर समस्याएं दूर की जा रही है। 21 जून तक हैंडपंप, शौचालय व बिजली व्यवस्था दुरूस्त न होने पर कार्रवाई की जाएगी।
सर्वशिक्षा अभियान के तहत विद्यालय में बालक/बालिका के लिए शौचालय की व्यवस्था अलग है। अधिकांश विद्यालयों में शौचालय बदहाल होने से समस्या है। 1075 प्राथमिक व 443 प्राथमिक विद्यालय में 3036 शौचालय है। इसमें 40 फीसद से अधिक बदहाल है। इसके साथ इंडिया मार्क हैंडपंप भी खराब है। चुनाव के समय बूथ बने विद्यालयों में हैंडपंप ठीक तो कराएं लेकिन इसमें अब कई फिर खराब हो गए। हैंडपंप जहां सूखे है वहीं कई दूषित जल उगल रहे है। जलस्तर तेजी से नीचे खिसकने के कारण विद्यालयों के अधिकांश हैंडपंप पानी देना बंद कर दिए हैं। आठ मई को बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कथा था कि पेयजल सुविधा के लिए स्कूलों में लगे हैंडपंप यदि खराब हैं, तो उन्हें समय से ठीक करा लिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम्य विकास विभाग के सहयोग से स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। स्कूलों में बने शौचालयों को भी क्रियाशील रखा जाए। यदि कोई शौचालय जर्जर है तो उसकी मरम्मत/ पुनर्निर्माण / जीर्णोद्धार का कार्य आवश्यकतानुसार करा लिया जाए। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग से समन्वय स्थापित करने शौचालयों ठीक कराने व उनकी नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था बनाएं रखने का निर्देश किया। ग्रीष्मावकाश पूरा होने से पहले 21 जून तक रिपोर्ट मांगा। इसके लिए एडीओ पंचायत, अधिशासी अधिकारी नपा व नगर पंचायत, खंड शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अभियंता जल निगम, जिला पंचायत राज अधिकारी को समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अजीत कुमार ने कहा कि विद्यालय के खराब हैंडपंप व शौचालय को ठीक कराने का कार्य किया जा रहा है। निर्देश के अनुपालन व समस्या को देखते हुए समय से कार्य पूरा कराया जाएगी। ठीक होने की सूचना मिलने के बाद हैंडपंप, शौचालय व विद्युतीकरण व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण भी किया जाएगा। इसमें किसी भी प्रकार की कमी मिलने पर संबंधित पर कार्रवाई कराई जाएगी।
जनपद में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कुल 1518 विद्यालय है। यहां 1219 विद्यालयों में विद्युतीकरण के लिए धन अवमुक्त किया गया। बिजली विभाग सभी में विद्युतीकरण का दावा करते चला आ रहा है। विधान सभा चुनाव में बूथ बने परिषदीय विद्यालयों में बिजली को लेकर सवाल खड़े हुए। नए सत्र में सभी नौ ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारियों ने स्थलीय स्थापन करके सूचनाएं दी। इसमें करीब 600 स्कूल में विद्युतीकरण होने के प्रमाण मिले। अब रिपोर्ट व दावें पर प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है। डीएम ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए अधिशासी अभियंता विद्युत से रिपोर्ट मांगा है। विभाग को सप्ताह भीतर सूचना देनी है।
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