अब शिक्षिका ने लगाया रिश्वत मांगने का आरोप
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: बरनाहल विकास खंड में तैनात शिक्षिका से मांगे गए स्पष्टीकरण में अभद्र भाषा के इस्तेमाल का मामला थम नहीं रहा है। मामले को लेकर जहां बीएसए और एबीएसए आमने-सामने आ गए। वहीं सोमवार को शिक्षिका ने एबीएसए पर अब रिश्वत मांगने का आरोप जड़ दिया है। इसके बाद बीएसए दफ्तर का माहौल फिर गर्म हो गया है।
एक ग्रामीण की शिकायत पर डीएम ने प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका की शिकायत बीएसए रामकरन यादव को दी थी। बीएसए ने ये जांच एबीएसए भारती शाक्य को दे दी। एबीएसए ने शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा, तो उसमें अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। इस स्पष्टीकरण पत्र का फोटो वायरल हुआ तो बीएसए कार्यालय में खलबली मच गई। शिक्षक नेताओं ने एबीएसए के खिलाफ कार्रवाई को धरना दिया। बीएसए ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन उधर एबीएसए ने बीएसए पर कई माह से यौन शोषण का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। एबीएसए ने बीएसए के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी की। इस मामले में कोई कार्रवाई होती, उससे पहले ही शिक्षिका ने सोमवार को एबीएसए पर जांच के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा दिया। आरोप है कि रिश्वत देने से मना करने पर एबीएसए ने ¨जदगी बर्बाद करने की धमकी दी।
आरोप है कि 20 मई को मांगे गए स्पष्टीकरण में अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर उसे एबीएसए ने वायरल करा दिया। इससे शिक्षिका को मानसिक ठेस पहुंची है। शिक्षिका ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। उधर, एबीएसए से इस मामले में बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।