देवरिया: उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि जुलाई से परिषदीय स्कूल खुल जाएंगे। नवीन सत्र में शिक्षकों को पूरी शक्ति व क्षमता के साथ शिक्षण कार्य में जुटना होगा। श्री यादव कैंप कार्यालय में पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यालय की मूल पूंजी बच्चे हैं। विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए हमें जी-जान से जुटना होगा। इसके साथ ही उनकी शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए भी मेहनत करना होगा। बच्चों को एक अच्छा नागरिक बनाना हम शिक्षकों का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान कराना संगठन की जिम्मेदारी है। किसी भी शिक्षक का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। शिक्षकों का जिला के अंदर समायोजन कार्य को विभाग जल्द पूरा करे, जिससे सभी विद्यालयों में शिक्षक छात्र का अनुपात सही हो सके। जरूरतमंद महिला व दिव्यांग शिक्षकों की समस्याओं को ध्यान में रखकर जिले के अंदर स्थानांतरण व समायोजन किया जाना चाहिए, ताकि किसी को अनावश्यक रूप से कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
जिला मंत्री विशुनदेव प्रसाद ने कहा कि शिक्षक समाज का प्रेरक होता है, लेकिन आज वह स्वयं उपेक्षा का शिकार हो गया है। उन्होंने शिक्षकों व शिक्षामित्रों का ईद के पहले वेतन नहीं देने पर निराशा प्रकट किया। मंडल अध्यक्ष कौशल किशोर यादव ने कहा कि नए सत्र में हर शिक्षक 30 बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का कार्य करें तो परिषदीय स्कूलों की हालत बदली जा सकती है। प्रदेश मंत्री विद्या निवास यादव ने कहा कि बेसिक विभाग हम शिक्षकों की समस्याओं को नजरंदाज न करे। प्रदेश सचिव फारूख अहमद ने कहा कि संगठन शिक्षकों व शिक्षामित्रों के हित के लिए कटिबद्ध है। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जयप्रकाश यादव व संचालन नगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने किया। इस मौक पर अर¨वद यादव, रघपुति मिश्र, अफजल, इकसाद अली, बृजभान, गेंदा यादव, अंबिका तिवारी, जितेंद्र, मनोज आदि मौजूद रहे।