तीन साल से वेतन न मिलने पर शिक्षिका का डीएम कार्यालय पर हंगामा
बुलंदशहर: सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव सनौटा में तैनात शिक्षिका ने मंगलवार सुबह डीएम दफ्तर में जमकर हंगामा किया। शिक्षिका ने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले तीन साल से वेतन नहीं दिया गया है। हंगामे के दौरान दफ्तर परिसर में अफरातफरी का माहौल रहा।
शिक्षिका अर्चना यादव गांव सनौटा स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के पद पर तैनात हैं। अर्चना अपनी समस्या लेकर मंगलवार सुबह करीब 11 बजे डीएम दफ्तर पहुंचीं। उन्होंने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि तीन साल से उन्हें वेतन नहीं मिला है। अधिकारी जांच पर जांच करने की बात करते रहते हैं, लेकिन उनका वेतन आज तक रिलीज नहीं किया गया है। डीएम डा. रोशन जैकब ने उन्हें जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद शिक्षिका ने डीएम दफ्तर से बाहर निकल हंगामा करना शुरू कर दिया। साथ ही महिला ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए। हंगामा कर रही शिक्षिका को कर्मचारियों ने समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन शिक्षिका नहीं मानीं। हंगामे के दौरान कलक्ट्रेट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई। सूचना मिलने के करीब 20 मिनट बाद नगर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शिक्षिका को अपने साथ लेकर नगर कोतवाली पहुंच गई। जहां कुछ देर बार महिला शिक्षिका को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।
बीएसए ने की फाइल तलब
प्रभारी बीएसए राजेश कुमार ¨सह ने बताया कि महिला शिक्षिका द्वारा डीएम कार्यालय पर हंगामे के बाद उनकी फाइल संबंधित बाबू से तलब कर ली गई है। मामला करीब चार वर्ष पुराना है। पत्रावलियों की जांच की जा रही है। जांच के बाद रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी।
इन्होंने कहा:
- शिक्षिका को मामले में जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था, लेकिन उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। महिला को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। साथ ही उनके मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
- डा. रोशन जैकब, डीएम