प्रतापगढ़ : प्रदेश सरकार ने इस बार शिक्षण सत्र की शुरूआत यानी जुलाई महीने में ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी
प्रतापगढ़ : प्रदेश सरकार ने इस बार शिक्षण सत्र की शुरूआत यानी जुलाई महीने में ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी है। शासन का निर्देश मिलते ही बीएसए ने प्रिटिंग प्रेस को किताबें छापने का डिमांड भेज दिया है।1जिले में 2042 प्राथमिक विद्यालयों, 733 उच्च प्राथमिक विद्यालयों और 78 अनुदानित विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक के 259855 बच्चे नामांकित हैं। इन बच्चों को किताबें हर साल प्रदेश सरकार निशुल्क मुहैया कराती है। पिछले साल शासन की शिथिलता के कारण समय से किताबें वितरित नहीं की जा सकी थीं। अक्टूबर महीने में किताबें मिल पाई थी। इस वजह से स्कूलों में पठन पाठन प्रभावित हुआ था।1इस बार प्रदेश सरकार ने समय से बच्चों को किताबें मुहैया कराने की कवायद शुरू कर दी है। शासन का पत्र आने के बाद बीएसए बीएन सिंह ने किताबें छापने के लिए इलाहाबाद और नोएडा के प्रिटिंग प्रेस को कक्षावार बच्चों की संख्या का उल्लेख करते हुए डिमांड भेज दिया है। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि शासन का निर्देश मिलने के बाद किताबों की डिमांड भेज दी गई है।प्रतापगढ़ : प्रदेश सरकार ने इस बार शिक्षण सत्र की शुरूआत यानी जुलाई महीने में ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी है। शासन का निर्देश मिलते ही बीएसए ने प्रिटिंग प्रेस को किताबें छापने का डिमांड भेज दिया है।1जिले में 2042 प्राथमिक विद्यालयों, 733 उच्च प्राथमिक विद्यालयों और 78 अनुदानित विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक के 259855 बच्चे नामांकित हैं। इन बच्चों को किताबें हर साल प्रदेश सरकार निशुल्क मुहैया कराती है। पिछले साल शासन की शिथिलता के कारण समय से किताबें वितरित नहीं की जा सकी थीं। अक्टूबर महीने में किताबें मिल पाई थी। इस वजह से स्कूलों में पठन पाठन प्रभावित हुआ था।1इस बार प्रदेश सरकार ने समय से बच्चों को किताबें मुहैया कराने की कवायद शुरू कर दी है। शासन का पत्र आने के बाद बीएसए बीएन सिंह ने किताबें छापने के लिए इलाहाबाद और नोएडा के प्रिटिंग प्रेस को कक्षावार बच्चों की संख्या का उल्लेख करते हुए डिमांड भेज दिया है। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि शासन का निर्देश मिलने के बाद किताबों की डिमांड भेज दी गई है।