फर्रूखाबाद : कल से खुलेंगे स्कूल पर बस्ता रहेगा खाली,
जागरण संवाददाता, फरुखाबाद : 20 मई से चल रहे ग्रीष्मावकाश के बाद शनिवार को परिषदीय विद्यालय खुलेंगे जरूर पर बच्चों का बस्ता खाली ही रहेगा। क्रय आदेश जारी होने के बावजूद अभी तक जिला मुख्यालय पर ही निशुल्क पुस्तकें नहीं आई हैं। बच्चों के बस्तों में किताबें कब पहुंचेंगी, यह किसी को पता नहीं।
जनपद के 1855 परिषदीय विद्यालयों में दो लाख से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। गर्मी की छुट्टियों के बाद शनिवार को स्कूलों में रौनक लौटेगी। स्कूल जाने का उल्लास भी बच्चों में है, उन्हें भरोसा मिला था कि ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलेंगे तो नई किताबें मिलेंगी।
दो-दो कार्य पुस्तिकाओं की भी बच्चे आस लगाए हैं, लेकिन किसी भी प्रकाशक ने अभी तक निशुल्क पुस्तकों की आपूर्ति शुरू नहीं की।
एक जुलाई को पुस्तक वितरण के थे निर्देश
राज्य परियोजना ने एक जुलाई को सभी विद्यालयों में निशुल्क पुस्तकों का वितरण किए जाने के निर्देश भेजे थे। अभी किताबें आई ही नहीं। आपूर्ति प्राप्त होने पर जनपदीय समिति कागज गुणवत्ता व छपाई का सत्यापन करेगी। तब स्कूलों तक पहुंचेंगी किताबें।
पहले ही दिन पेंटिंग व स्लोगन प्रतियोगिता
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पहले ही दिन विद्यालय में 40 पौधे लगवाने, पर्यावरण जागरूकता प्रभातफेरी निकालने व पौधरोपण से संबंधित पेंटिंग, स्लोगन, वाद-विवाद व निबंध प्रतियोगिता आयोजन के निर्देश दिए हैं। शिक्षकों की एक सप्ताह में फ्लेक्स बोर्ड पर फोटो लगवाने, हर दिन एसएमएस से उपस्थिति भेजने का आदेश भी दिया है। विद्यालय समय सुबह आठ से दोपहर एक बजे का रखा गया है।
पेंशनरों को मिले चिकित्सा भत्ता
फरुखाबाद : वयोवृद्ध नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष दिवाकर नंद दुबे ने कहा है कि केंद्र सरकार ने अपने पेंशनरों को एक हजार रुपये प्रतिमाह चिकित्सा भत्ता दिए जाने का आदेश दिया है। इसी तर्ज पर प्रदेश सरकार को भी भत्ता देना चाहिए।
जागरण संवाददाता, फरुखाबाद : 20 मई से चल रहे ग्रीष्मावकाश के बाद शनिवार को परिषदीय विद्यालय खुलेंगे जरूर पर बच्चों का बस्ता खाली ही रहेगा। क्रय आदेश जारी होने के बावजूद अभी तक जिला मुख्यालय पर ही निशुल्क पुस्तकें नहीं आई हैं। बच्चों के बस्तों में किताबें कब पहुंचेंगी, यह किसी को पता नहीं।
जनपद के 1855 परिषदीय विद्यालयों में दो लाख से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। गर्मी की छुट्टियों के बाद शनिवार को स्कूलों में रौनक लौटेगी। स्कूल जाने का उल्लास भी बच्चों में है, उन्हें भरोसा मिला था कि ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलेंगे तो नई किताबें मिलेंगी।
दो-दो कार्य पुस्तिकाओं की भी बच्चे आस लगाए हैं, लेकिन किसी भी प्रकाशक ने अभी तक निशुल्क पुस्तकों की आपूर्ति शुरू नहीं की।
एक जुलाई को पुस्तक वितरण के थे निर्देश
राज्य परियोजना ने एक जुलाई को सभी विद्यालयों में निशुल्क पुस्तकों का वितरण किए जाने के निर्देश भेजे थे। अभी किताबें आई ही नहीं। आपूर्ति प्राप्त होने पर जनपदीय समिति कागज गुणवत्ता व छपाई का सत्यापन करेगी। तब स्कूलों तक पहुंचेंगी किताबें।
पहले ही दिन पेंटिंग व स्लोगन प्रतियोगिता
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पहले ही दिन विद्यालय में 40 पौधे लगवाने, पर्यावरण जागरूकता प्रभातफेरी निकालने व पौधरोपण से संबंधित पेंटिंग, स्लोगन, वाद-विवाद व निबंध प्रतियोगिता आयोजन के निर्देश दिए हैं। शिक्षकों की एक सप्ताह में फ्लेक्स बोर्ड पर फोटो लगवाने, हर दिन एसएमएस से उपस्थिति भेजने का आदेश भी दिया है। विद्यालय समय सुबह आठ से दोपहर एक बजे का रखा गया है।
पेंशनरों को मिले चिकित्सा भत्ता
फरुखाबाद : वयोवृद्ध नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष दिवाकर नंद दुबे ने कहा है कि केंद्र सरकार ने अपने पेंशनरों को एक हजार रुपये प्रतिमाह चिकित्सा भत्ता दिए जाने का आदेश दिया है। इसी तर्ज पर प्रदेश सरकार को भी भत्ता देना चाहिए।