प्रतापगढ़ : हे राम यह क्या हो गया..?? आज से स्कूल नहीं जाएंगे शिक्षामित्र
प्रतापगढ़ : समायोजित शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन की प्रांतीय सचिव एवं जिलाध्यक्ष रीना सिंह ने कहा कि कोर्ट के सुनाए गए फैसले और लिखित फैसले में एकरूपता नहीं है। हम लोग राजनीति के शिकार हुए हैं। हमें जो भी मिला है वह संघर्षो के दम पर मिला है। आज समय आरोप प्रत्यारोप का नहीं है कि किसने क्या किया क्या नहीं किया। बुधवार से कोई शिक्षामित्र स्कूल नहीं जाएगा। सुबह दस बजे सभी लोग कलेक्ट्रेट प्रतापगढ़ में उपस्थित हों, वहीं पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र शुक्ल ने कहा कि हमारे साथ हर क्षण राजनीति की गई है और हम उसी का शिकार हुए हैं। अत: सभी लोग धैर्य बनाए रखें संयम से काम लें। उन्होंने भी बुधवार को सुबह कचहरी पहुंचने का आह्वान किया।
जासं, प्रतापगढ़ : शिक्षामित्रों के समायोजन के संबंध में सुप्रीम कोर्ट का आदेश अपलोड होने के बाद जैसे ही समायोजन रद होने की जानकारी शिक्षामित्रों को हुई तो उनके मुंह से निकला कि हे राम यह क्या हो गया। इसके पूर्व सुबह से ही आदेश को लेकर तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। 1 संगठन द्वारा बनाए गए वाट्सएप ग्रुप पर कोई भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना कर रहा था तो कोई हनुमान जी से। दिन में लगभग ढाई बजे सूचना आई कि आदेश शिक्षामित्रों के पक्ष में हुआ है। इसपर अधिकांश ने यकीन नहीं किया। वह आदेश अपलोड होने का इंतजार कर रहे थे। आदेश अपलोड होने के बाद जब उन्हें मालूम हुआ कि सुप्रीमकोर्ट ने शिक्षा मित्र समायोजन रद करते हुए हाई कोर्ट के आदेश को सही माना तथा सरकार को छूट दी कि सरकार चाहे तो समायोजित शिक्षा मित्रों को वापस शिक्षा मित्र बना सकती है। कोर्ट ने शिक्षा मित्रों को आगामी दो भर्तियों में प्रतिभाग का मौका दिया है, यदि वह निर्धारित योग्यता प्राप्त कर लेते हैं। इसकी जानकारी मिलते ही समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन व प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के लोगों में आक्रोश फैल गया।1जासं, प्रतापगढ़ : शिक्षामित्रों के समायोजन के संबंध में सुप्रीम कोर्ट का आदेश अपलोड होने के बाद जैसे ही समायोजन रद होने की जानकारी शिक्षामित्रों को हुई तो उनके मुंह से निकला कि हे राम यह क्या हो गया। इसके पूर्व सुबह से ही आदेश को लेकर तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। 1 संगठन द्वारा बनाए गए वाट्सएप ग्रुप पर कोई भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना कर रहा था तो कोई हनुमान जी से। दिन में लगभग ढाई बजे सूचना आई कि आदेश शिक्षामित्रों के पक्ष में हुआ है। इसपर अधिकांश ने यकीन नहीं किया। वह आदेश अपलोड होने का इंतजार कर रहे थे। आदेश अपलोड होने के बाद जब उन्हें मालूम हुआ कि सुप्रीमकोर्ट ने शिक्षा मित्र समायोजन रद करते हुए हाई कोर्ट के आदेश को सही माना तथा सरकार को छूट दी कि सरकार चाहे तो समायोजित शिक्षा मित्रों को वापस शिक्षा मित्र बना सकती है। कोर्ट ने शिक्षा मित्रों को आगामी दो भर्तियों में प्रतिभाग का मौका दिया है, यदि वह निर्धारित योग्यता प्राप्त कर लेते हैं। इसकी जानकारी मिलते ही समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन व प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के लोगों में आक्रोश फैल गया।