मैनपुरी : सहायक अध्यापक शिक्षामित्रों संग धरने पर बैठे तो कार्रवाई
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद व्यवस्था के विरोध में शिक्षामित्रों का रोष भड़का हुआ है। आंदोलन की राह पर उतरे शिक्षामित्रों की मांग को दूसरे शिक्षण संगठनों का भी समर्थन मिलने लगा है। मगर, अब इनके साथ नारेबाजी कर शिक्षण व्यवस्था को बाधित करने वाले सहायक अध्यापकों अथवा अन्य व्यक्तियों पर कार्रवाई होगी। शासन ने धरना स्थल के साथ ही विरोध प्रदर्शन की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिक्षण व्यवस्था बाधित करने वालों पर कार्रवाई के लिए कहा है।
सर्वोच्च न्यायालय का फैसला शिक्षामित्रों के खिलाफ आया, तो उनकी भावनाएं भड़क उठीं। जिले में भी आक्रोशित शिक्षामित्रों ने पहले तो स्कूलों में ताले डाले और उसके बाद कलक्ट्रेट के तिकोनिया पार्क में धरना शुरू कर दिया। निरंतर चल रहे धरना प्रदर्शन में उनको अब दूसरे शिक्षण संगठनों का भी समर्थन मिलने लगा है। स्थिति यह है कि जिले में शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गई है।
इस पर *अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप ¨सह* ने प्रशासन को धरना स्थल की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए हैं। भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया है कि जिन स्थानों पर शिक्षामित्रों द्वारा धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं अथवा विद्यालयों में तालाबंदी कराई जा रही है, उन सभी स्थानों की वीडियोग्राफी कराई जाए। शिक्षामित्रों के अलावा यदि किसी दूसरे शिक्षण संगठनों के लोग, सहायक अध्यापक अथवा शिक्षक नजर आते हैं, तो वीडियोग्राफी के आधार पर उनका चिन्हांकन कराया जाए। ऐसे सभी लोगों के नाम शासन को भेजे जाएं। इनके खिलाफ सीधे शासन स्तर से कार्रवाई कराई जाएगी।
*बीएसए विजय प्रताप ¨सह* का कहना है कि शिक्षण व्यवस्था बाधित न हो, इसके लिए हर संभव प्रयत्न किए गए हैं। ऐसे शिक्षकों पर भी नजर रखी जा रही है, जो शिक्षामित्रों का सहयोग तो कर ही रहे हैं साथ ही उनके विरोध प्रदर्शन में भी सहभागी बन रहे हैं।