इलाहाबाद : बिना वेरीफिकेशन ही हो गईं नियुक्तियां,अभिलेख उपलब्ध न कराने वाले बाबू पर कार्रवाई की संस्तुति, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के रिकॉर्ड गायब
इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददाताराजकीय विद्यालयों में 2012 की एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती के रिकार्ड लापता हो गए हैं। इन अध्यापकों के दस्तावेजों के सत्यापन प्रक्रिया के बीच भर्ती के रिकार्ड नहीं मिलने पर संयुक्त शिक्षा निदेशक माया निरंजन ने बाबू के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। जेडी के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने 13 जुलाई को प्रधान सहायक राम किंकर द्विवेदी का वेतन भी रोक दिया है।फर्जी दस्तावेज लगाए:प्रदेशभर के विभिन्न राजकीय विद्यालयों में 1400 से अधिक एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती 2012 में एकेडमिक रिकार्ड (हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व प्रशिक्षण) के अंकों के आधार पर शुरू हुई थी। इसमें तमाम अभ्यर्थियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए अधिक अंक दिखाकर नौकरी हथिया ली। वेतन रुका: पिछले साल 13 अक्तूबर को ‘हिन्दुस्तान’ में 6645 एलटी ग्रेड भर्ती में यूपी बोर्ड के रिकॉर्ड बदलने का समाचार प्रकाशित होने के बाद 2012 की जांच की मांग भी उठने लगी। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा ने सभी संयुक्त शिक्षा निदेशकों को शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन के निर्देश दिए थे। जिन शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन मिलता गया उनका वेतन जारी हो गया। अब भी कई शिक्षकों का वेतन सत्यापन नहीं होने के कारण रुका हुआ है। नहीं दिए अभिलेख:भर्ती में पुरुष वर्ग का काम प्रधान सहायक के रूप में देख रहे राम किंकर द्विवेदी का तबादला डीआईओएस ऑफिस होने के बाद 28 फरवरी, 21 मार्च, 25 मार्च, 6 अप्रैल और 27 मई को अभ्यर्थियों के अभिलेख आदि मांगे गए लेकिन राम किंकर द्विवेदी ने अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए।