विद्यालयों में ताला बंद कर भागे संचालक
अंबेडकरनगर : मान्यता के विपरीत तथा बगैर मान्यता से संचालित विद्यालयों के संचालन में मान्यता प्राप्त व वित्त पोषित विद्यालयों की सरपरस्ती का खेल भी उजागर होने लगा है। गैर मान्यता प्राप्त तथा मान्यता से इतर उच्च कक्षाएं संचालित होने के पीछे मान्यता प्राप्त तथा वित्त पोषित विद्यालयों में छात्रों के पंजीकृत होने तथा यहां अवैध संबंद्धता दिए जाने का मामला भी पकड़ा जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से गठित टीम की छापेमारी के दौरान शुक्रवार को अवैध शिक्षण संस्थाएं तथा कक्षाएं संचालित करने वाले विद्यालय में ताला बंद कर भागने लगे हैं। ऐसे में टीम को कार्रवाई में परेशानी तथा मायूसी हाथ लग रही है।
राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमित्रा देवी की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय टीम में शामिल राजकीय बालिका इंटर कॉलेज जलालपुर की शकुंतला देवी तथा राजकीय इंटर कॉलेज अकबरपुर के सुरेशलाल श्रीवास्तव ने दर्जनों विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान बड़ी संख्या में अवैध विद्यालय संचालित पाए गए। खास बात रही कि बगैर मान्यता के कक्षा एक से लेकर इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं चलती मिलीं। संत श्री पल्टू साहब पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंगुराडिला जलालपुर में कक्षा आठ तक की मान्यता पर 12 तक की कक्षाएं संचालित मिलीं। टीम ने मौके पर बड़ी संख्या में मिले छात्रों तथा शिक्षकों से पूछताछ की। इस दौरान प्रबंधक ने एक स्थानीय मान्यता प्राप्त विद्यालय से संबद्ध होने की बात स्वीकार की। यही हाल आरबी मौर्य शिक्षण संस्थान हैदराबाद जलालपुर में देखने को मिला। यहां भी कक्षा आठ तक की मान्यता पर 12 तक की कक्षाएं संचालित पायी गईं। इसके भी एक स्थानीय मान्यता प्राप्त विद्यालय से संबद्ध होने का मामला सामने आया, हालांकि प्रधानाचार्य ने उक्त अवैध कक्षाओं के संचालन को तत्काल बंद किए जाने का शपथपत्र भी दिया। एसके मौर्य स्मृति पब्लिक स्कूल हैदराबाद जलालपुर को पांच तक की कक्षाएं संचालित किए जाने की मान्यता दी गई है। जबकि मौके पर यहां 12 तक की कक्षाओं का संचालन पाया गया। यहां अध्ययनरत छात्रों के एक स्थानीय मान्यता प्राप्त विद्यालय में पंजीकृत होने का खुलासा किया गया। जबकि विश्वनाथ एजुकेशनल ग्रुप रफीगंज में टीम के पहुंचने से पहले ही प्रधानाचार्य ने विद्यालय में छुट्टी कर ताला बंद कर दिया। हालांकि छात्र विद्यालय के एकाएक बंद होने को लेकर कारण नहीं बता सके। पीजी मेमोरियल कॉलेज रफीगंज के प्रधानाचार्य भी विद्यालय में ताला बंद करते मिले। पूछताछ में उन्होंने टीम को बताया कि मान्यता नहीं मिली है तो कक्षाएं नहीं चलाएंगे। लिहाजा उक्त छात्रों को संबद्धता देने वाले वास्तविक पंजीयन के विद्यालय में भेज दिया जाएगा। हालांकि टीम को आगे बढ़ने पर अधिकांश विद्यालयों में ताला लटकता मिला।