परिषदीय विद्यालयों में नामांकन की स्थिति खराब, डीएम नाराज
जागरण संवाददाता, उरई : कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को आहूत स्कूल चलो अभियान की बैठक में जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 6 से 14 आयु वर्ष तक के हर बच्चे का नामांकन स्कूलों में कराया जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में आउट ऑफ स्कूल बच्चों के पंजीकरण की स्थिति खासी खराब मिली। इस पर डीएम ने बीएसए को सख्त चेतावनी देते हुए सभी बीईओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए।
सोमवार को बैठक में डीएम ने स्कूल चलो अभियान की समीक्षा की। उन्होंने जानकारी मांगी की अब तक कितनी जागरूकता रैलियों का आयोजन किया गया। साथ ही स्कूलों में बच्चों का पंजीकरण में कितनी दिलचस्पी दिखाई गई। इस पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। डीएम ने पूछा कि जिले भर में 580 स्कूल न जाने वाले बच्चे चिह्नित किए गए थे, इनमें से कितने बच्चों का दाखिला अब तक स्कूलों में हो गया है। जिसमें पूरे जिले में मात्र 35 बच्चों का प्रवेश होने की स्थिति मिली। वहीं कुछ ब्लाक में खानापूर्ति के लिए 1-1 बच्चे का प्रवेश होने की स्थिति मिली। इस पर डीएम ने खासी नाराजगी जताते हुए कहा कि दस दिन बीत चुके है। 15 जुलाई तक इन बच्चों का सौ फीसद नामांकन करना है। उन्होंने बीएसए से कहा कि इस तरह की लापरवाही के चलते ही योजनाएं धरातल पर कहीं दिखाई नहीं दे रही हैं। अधिकारी काम नहीं करना चाहते हैं। यह ठीक नहीं है। एक सप्ताह में प्रगति ठीक नहीं हुई तो कार्रवाई के लिए लिख दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर गांव, ब्लाक, तहसील और जिला स्तर पर जागरूकता रैलियों का आयोजन किया जाए। इसके साथ ही आंगनबाड़ी, आशा और ग्राम प्रधानों के सहयोग से बच्चों का दाखिला कराया जाए। विभागीय अधिकारी पूरी मदद करेंगे। समय पर वह खुद भी स्कूलों का हाल देखेंगे। खामी मिलने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। बैठक में 15 जुलाई से जागरूकता रथ चलाने के भी निर्देश दिए। इस मौके पर सीएमओ डॉ. अल्पना बरतारिया, बीएसए केके ओझा, डीपीआरओ राज बहादुर, बीईओ कमलेश गुप्ता, सर्वेश कुमार, आनंद भूषण, विनोद गौतम, रामगोपाल वर्मा सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।