वाराणसी : परिषदीय विद्यालयों के सरप्लस शिक्षकों का समायोजन अब ऑफलाइन होगा,.समायोजन के लिए जोड़-तोड़ शुरू
वाराणसी : परिषदीय विद्यालयों के सरप्लस शिक्षकों का समायोजन अब ऑफलाइन होगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने समायोजन की प्रक्रिया 18 जुलाई तक पूरा कर लेने का निर्णय लिया है। दूसरी ओर इसकी भनक लगते ही मनमाफिक विद्यालयों में समायोजन कराने के लिए शिक्षक बीएसए कार्यालय की दौड़ लगाना शुरू कर दिए हैं। इसके लिए वे नेताओं से भी पैरवी लगवा रहे हैं। इस प्रकार समायोजन को लेकर जोड़-तोड़ शुरू हो गया है।
जनपद में करीब 1950 शिक्षक सरप्लस घोषित किए गए हैं। इनका विवरण एनआइसी की वेबसाइट पर भी लोड किया जा चुका है। दूसरी ओर जनपद के 1367 विद्यालयों में शिक्षकों के सिर्फ 150 पद रिक्त हैं। इसमें प्राथमिक विद्यालयों में 25 पद भी शामिल हैं। मनमाफिक विद्यालयों में समायोजन कराने को लेकर बीएसए पर दबाव भी पड़ रहा है। जिन विद्यालयों में पद रिक्त हैं, उन विद्यालयों में शिक्षक जाने को तैयार नहीं हैं। जहां पहले से ही शिक्षकों की संख्या पर्याप्त है, उन्हीं विद्यालयों में तैनाती के लिए शिक्षक नेता पैरवी कर रहे हैं। समायोजन को लेकर बुधवार को पूरे दिन बीएसए आफिस में शिक्षकों का जमावड़ा लगा रहा। ऐसे में सरप्लस शिक्षकों का ऑफलाइन समायोजन सिरदर्द बना हुआ है।
डीएम की अध्यक्षता में समिति
बहरहाल शासन के निर्देश पर 30 अप्रैल तक की छात्रसंख्या के आधार पर समायोजन के लिए मंथन शुरू कर दिया गया है। इसके लिए डीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी भी गठित करने पर विचार किया जा रहा है ।
पहले समायोजन फिर स्थानांतरण समायोजन के दौरान इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि कोई भी स्कूल एकल या बंद न होने पाए। समायोजन पूरा होने के बाद ही रिक्त पदों पर स्थानांतरण किया जाएगा। सबसे अंत में अंतरजनपदीय तबादला किया जाएगा।
-----------
''रिक्त पदों के सापेक्ष सरप्लस शिक्षकों की संख्या अधिक होने के कारण समायोजन बड़ी समस्या बनी हुई है। इसके लिए शासन से गाइड लाइन का इंतजार किया जा रहा है। कोई गाइड लाइन न आने की स्थिति में स्थानीय स्तर पर नियम बनाए जाएंगे ताकि शिक्षकों में असंतोष की स्थिति न पैदा हो सके।
-जयकरन यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी