डीएम के गोद लिये गांव का स्कूल भी बंद, अध्यापकों की भारी कमी के चलते सरकारी प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पहले से ही चौपट थी,
संवाद सहयोगी, कायमगंज : अध्यापकों की भारी कमी के चलते सरकारी प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पहले से ही चौपट थी, लेकिन समायोजित शिक्षामित्रों की हड़ताल से यह स्थिति और भी बदतर हो गई है। जिलाधिकारी के गोद लिए गांव ब्राहिमपुर जागीर के प्राथमिक विद्यालय सहित एक दर्जन से अधिक प्राथमिक विद्यालय बंद चल रहे हैं। क्योंकि इन स्कूलों में केवल समायोजित शिक्षामित्र ही तैनात थे। जो फिलहाल हड़ताल के कारण स्कूल नहीं आ रहे हैं।
कायमगंज क्षेत्र के 181 प्राथमिक विद्यालयों में पहले से ही शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों की भारी कमी चल रही थी। जिससे 42 विद्यालयों में समायोजित शिक्षामित्रों को ही प्रधानाध्यापक का चार्ज दिया गया था। कई स्कूलों में केवल समायोजित शिक्षामित्र ही तैनात थे। जिसमें डीएम द्वारा गोद लिए गए गांव का विद्यालय भी शामिल है। यह स्कूल फिलहाल बंद हो गए हैं। हालांकि कुछ ऐसे समायोजित शिक्षामित्र जो टेट शिक्षित हैं, काम पर वापस आ रहे हैं। क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि उनका समायोजन हो जायेगा।
सहायक बेसिक शिक्षाधिकारी रमेश चंद्र जौहर ने बताया कि समायोजित शिक्षामित्रों की हड़ताल से प्राथमिक स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। जो स्कूल बंद हो गए हैं उन्हें खुलवाने व उनमें पढ़ाई शुरू कराने के लिए सभी न्याय पंचायत समन्वयकों को निर्देशित कर दिया गया है कि वह आस-पास के प्राथमिक विद्यालयों व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों, जहां दो से अधिक अध्यापक हैं वहां से एक-एक अध्यापक खाली स्कूलों में भेजकर सभी स्कूल खुलवाने की व्यवस्था करें।