नमूना के बिना रुक गया किताबों को वितरण
जागरण संवाददाता, बदायूं : योगी सरकार के निर्देश के बाद नवीन सत्र शुरु होते ही पहले दिन कुछ विकास क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को कुछ किताबें मुहैया करा दी गईं तो लगा कि बेसिक शिक्षा में सरकारी सख्ती नजर आने लगी है, इस तेजी से किताबें बदायूं को प्राप्त हुईं तो जुलाई में ही किताबों का वितरण पूरा हो जाएगा। पहली किश्त की किताबें तो वितरित हुईं, लेकिन दूसरी किस्त में प्राप्त हुईं तकरीबन एक लाख किताबों का वितरण नहीं किया जा रहा है। विभागीय जिम्मेदारों के अनुसार किताबें मुहैया कराने वाले संस्था ने किताबों के साथ उनके नमूने नहीं भेजे हैं। जिसके चलते सत्यापन कार्य नहीं हो पा रहा है और बच्चों को किताबें नहीं दी जा रही हैं।
जून महीने के अंत में बदायूं को 80 हजार 50 किताबें मुहैया कराई गई। शासन की ओर से निर्धारित कमेटी ने नवादा विद्यालय स्थिति गोदाम पर जाकर किताबों का सत्यापन किया और बच्चों को एक जुलाई को ही किताबें उपलब्ध कराई गई। जल्द ही विभाग को दूसरी किस्त में कक्षा आठ की वर्तिक, रेनबो, विज्ञान मंजरी, कक्षा पांच, एक व दो की कलरव विषय की एक लाख 18 हजार 136 किताबें प्राप्त हो गईं। विभाग की ओर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य, आइआइटी के प्रधानाचार्य, नगर शिक्षा अधिकारी की कमेटी को सत्यापन के लिए अवगत कराया जा रहा था कि पता चला कि किताबों के सत्यापन के लिए आवश्यक किताबों के नमूने ही विभाग को प्राप्त नहीं हुए हैं। हल्द्वानी व आगरा की संबंधित संस्था को फोन करके जानकारी देकर नमूनों की मांग की गई है। बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि दूसरे किश्त में किताबें प्राप्त हो गई हैं, लेकिन साथ में नमूनों की किताबें नहीं भेजी गई हैं। जिसकी वजह से सत्यापन का कार्य नहीं हो पा रहा है। जल्द ही नमूने प्राप्त होने के बाद सत्यापन कराया जाएगा और किताबें विद्यालयों में भिजवाई जाएंगी।