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सीतापुर : बीईओ से ब्योरा तलब, प्रबंधक को दी गई नोटिस

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सीतापुर : बीईओ से ब्योरा तलब, प्रबंधक को दी गई नोटिस

संवादसूत्र, सीतापुर : महोली के निजी विद्यालय से बरामद हुई पुस्तकों के मामले में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी महोली व पिसावां को पत्र लिखा है। जिसमें छापेमारी के दौरान बरामद पुस्तकों का पूरा जिक्र किया है। 1बीएसए ने दोनों बीईओ से पत्र के माध्यम से पूछा है कि चूंकि विद्यालय मान्यता प्राप्त है, ऐसे में नि:शुल्क वितरित होने वाली पाठ्य पुस्तकें इस विद्यालय में कहां से पहुंची हैं। इतना ही नहीं, मौजूदा सत्र में सरकारी पुस्तकों का उठान किया जा चुका है और इनका वितरण भी किया जा चुका होगा। ऐसे में कुल छात्रों की संख्या व वितरण के बाद अवशेष बची पुस्तकों का ब्योरा भी बीएसए ने बीईओ से मांगा है।

प्रबंधक को दिया नोटिस, मांगा जवाब : राम प्रताप बाल विद्या मंदिर महोली के प्रबंधक व राष्ट्रीय माध्यमिक विद्यालय पिसावां के सहायक अध्यापक उमेश चंद्र मिश्र को बीएसए ने नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि आपके विद्यालय में नि:शुल्क वितरित होने वाली पुस्तकें कहां से मिली हैं और इनके वितरण का अधिकार कहां से मिला। विद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाचार्या द्वारा पुस्तकें वितरित करते हुए मिली थीं। ऐसे में क्यों न आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। बीएसए ने तीन दिनों के अंदर प्रबंधक से जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि जवाब आने के बाद प्रबंधक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है।

संवादसूत्र, सीतापुर : महोली के निजी विद्यालय से बरामद हुई पुस्तकों के मामले में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी महोली व पिसावां को पत्र लिखा है। जिसमें छापेमारी के दौरान बरामद पुस्तकों का पूरा जिक्र किया है।

बीएसए ने दोनों बीईओ से पत्र के माध्यम से पूछा है कि चूंकि विद्यालय मान्यता प्राप्त है, ऐसे में नि:शुल्क वितरित होने वाली पाठ्य पुस्तकें इस विद्यालय में कहां से पहुंची हैं। इतना ही नहीं, मौजूदा सत्र में सरकारी पुस्तकों का उठान किया जा चुका है और इनका वितरण भी किया जा चुका होगा। ऐसे में कुल छात्रों की संख्या व वितरण के बाद अवशेष बची पुस्तकों का ब्योरा भी बीएसए ने बीईओ से मांगा है।

प्रबंधक को दिया नोटिस, मांगा जवाब : राम प्रताप बाल विद्या मंदिर महोली के प्रबंधक व राष्ट्रीय माध्यमिक विद्यालय पिसावां के सहायक अध्यापक उमेश चंद्र मिश्र को बीएसए ने नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि आपके विद्यालय में नि:शुल्क वितरित होने वाली पुस्तकें कहां से मिली हैं और इनके वितरण का अधिकार कहां से मिला। विद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाचार्या द्वारा पुस्तकें वितरित करते हुए मिली थीं। ऐसे में क्यों न आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। बीएसए ने तीन दिनों के अंदर प्रबंधक से जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि जवाब आने के बाद प्रबंधक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है।

राम प्रताप बाल विद्या मंदिर के प्रबंधक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। जवाब आने के बाद प्रबंधक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है। महोली व पिसावां के बीईओ से भी मैंने पूछा है कि यह पुस्तकें निजी विद्यालय में कहां से आई हैं।
- पन्ना राम, बीएसए

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