लखनऊ : मान्यता के विपरीत अन्य विषयों में भराए फॉर्म तो होंगे निरस्त, यूपी बोर्ड की 10वीं 12वीं की परीक्षा को लिए जा रहे ऑनलाइन पंजीकरण, बोर्ड सचिव ने सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को किया सचेत
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2018 की परीक्षाओं में मान्यता के विपरीत अन्य विषयों में छात्र-छात्राओं से आवेदन भरना विद्यालयों को महंगा पड़ेगा। अमान्य विषयों में लिए गए फार्म निरस्त होंगे। ऐसे में विद्यार्थी परीक्षा से वंचित हो जाएंगे सो यूपी बोर्ड ने सभी माध्यमिक विद्यालयों को इस संबंध में पहले से सचेत कर दिया है।
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए इन दिनों ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। इसकी अंतिम तिथि 20 अगस्त है लेकिन विलंब शुल्क के साथ आवेदन 15 सितंबर तक जमा होंगे। पिछले वर्ष की परीक्षा में कई विद्यालयों ने ऐसे विषयों या वर्ग में छात्र-छात्राओं से आवेदन भरवाए, जिसकी उनके पास मान्यता ही नहीं है। दरअसल कला, विज्ञान, वाणिज्य वर्ग के साथ विभिन्न व्यावसायिक ट्रेड आदि के लिए यूपी बोर्ड विद्यालयों को मान्यता देता है। काफी विद्यालय ऐसे हैं जिन्हें कला या वाणिज्य, कला या विज्ञान या फिर कुछ व्यावसायिक ट्रेड की मान्यता मिली है लेकिन वे मान्यता के इतर विषयों में भी विद्यार्थियों से आवेदन भरवा लेते हैं।
यूपी बोर्ड ने पिछली बार भी ऐसे आवेदनों को निरस्त कर दिया था। बावजूद इसके कुछ विद्यालय विद्यार्थियों को दूसरे विषयों में परीक्षा दिलाने में सफल हो गए थे लेकिन बाद में उनका परीक्षा फल रोक दिया गया। इस बार पहले से ही प्रधानाचार्यों को सचेत कर दिया गया है। यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने साफ कर दिया है कि माध्यमिक विद्यालय उन्हीं विषय या वर्ग में छात्र-छात्राओं का आवेदन अपलोड करेंगे, जिसकी उन्हें बोर्ड से मान्यता मिली है। अन्य विषय या वर्ग में भराए गए आवेदन निरस्त कर दिए जाएंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रधानाचार्य की होगी।