इलाहाबाद : छूटे विद्यार्थियों को अब 15 सितंबर तक मौका, यूपी बोर्ड: विलंब शुल्क के साथ जमा परीक्षा शुल्क की सूचना तथा विद्यार्थियों के शैक्षिक विवरण 20 सितंबर तक वेबसाइट पर होंगे अपलोड
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद। पूर्वांचल के जिलों में बाढ़ के कारण यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2018 की परीक्षा के लिए फॉर्म भरने की तिथि बढ़ेगी या नहीं, इस पर फैसला होना अभी बाकी है। इस बीच प्रदेश के अन्य जिलों में जिन विद्यार्थियों ने परीक्षाओं के लिए अब तक फॉर्म नहीं भरे हैं, उनके लिए अब 15 सितंबर तक का ही मौका है, वह भी विलंब शुल्क के साथ। इसके बाद यूपी बोर्ड विद्यार्थियों के विवरण की चेकलिस्ट प्राप्त करके आगे की कार्रवाई करेगा।
बोर्ड की ओर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए संस्थागत एवं व्यक्तिगत छात्र-छात्राएं के ऑनलाइन फॉर्म भरे जाने के संबंध में दिशा निर्देश 27 जुलाई को जारी किए गए थे। इसके तहत दसवीं एवं बारहवीं के विद्यार्थियों से परीक्षा शुल्क प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 अगस्त निर्धारित की गई थी। इस अवधि काफी विद्यार्थी फॉर्म नहीं भर सकेंगे। इनमें व्यक्तिगत विद्यार्थियों की संख्या अधिक मानी जा रही है, क्योंकि माना जाता है कि ऐसे विद्यार्थी वित्त विहीन विद्यालयों में सेटिंग करके परीक्षा देते हैं, ताकि परीक्षा में सफल होने हो सकें। इसके बदले वित्त विहीन विद्यालयों में मोटा शुल्क भी वसूला जाता है। ये विद्यालय रकम लेकर विद्यार्थियों को संस्थागत के रूप में आवेदन करा देते हैं। इस तरह की लगातार शिकायतें मिलने के बाद ही यूपी बोर्ड ने विद्यालयों में बाहरी छात्रों के संस्थागत विद्यार्थी के रूप में प्रवेश के लिए सीटें निर्धारित कर दी हैं।
कहा जा रहा है कि काफी विद्यार्थी अभी इन विद्यालयों में सेटिंग के जुगाड़ में लगे हैं। ऐसे में उनके पास अब सौ रुपये विलंब शुल्क के साथ 15 सितंबर तक का समय है। इसके बाद 20 सितंबर तक विलंब शुल्क के साथ जमा परीक्षा शुल्क की सूचना तथा विद्यार्थियों के शैक्षिक विवरण वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड होंगे। फिर 21 से 30 सितंबर के बीच वेबसाइट से विद्यार्थियों के विवरण की चेकलिस्ट प्राप्त कर संस्था के प्रधान द्वारा जांच की जाएगी। जांच के दौरान विद्यार्थियों के विवरण में किसी प्रकार का संशोधन करने की आवश्यकता है यह काम एक से 10 अक्तूबर के बीच हो सकेगा।