310 प्रेरकों का 80 लाख बकाया
अंबेडकरनगर : कटेहरी व भीटी विकास खंड में तैनात 310 प्रेरकों को मानदेय के लिए शासन बजट देने में कंजूसी कर रहा है। अभी भी 80 लाख 60 हजार रुपए शासन दबाए बैठा है। ऐसी स्थिति में उनका खर्च चलना मुश्किल हो गया है। जिम्मेदार 13 माह से बजट का आभाव बताकर उन्हें चुप कर दे रहे हैं। 15 से 35 वर्ष के अनपढ़ लोगों को पढ़ाकर उन्हें शिक्षित करने की योजना को केंद्र सरकार द्वारा गत वर्षों में अंतिम रूप दिया गया था। प्रेरकों की भर्ती की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई। इसक्रम में उक्त शिक्षा क्षेत्रों के तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्रति ग्राम पंचायत प्रेरकों की भर्ती एक प्रक्रिया के तहत की गई। इसक्रम में भीटी की 79 ग्राम पंचायतों में 150 व कटेहरी की 85 ग्राम पंचायतों में 160 समेत 310 प्रेरकों की नियुक्ति कर संबंधित गांवों की जिम्मेदारी सौंप दी गई। शुरुआत में प्रेरकों को प्रतिमाह दो हजार रुपये की दर से पैसा खंड शिक्षा अधिकारी के खाते में भेज दी गई, जिसे वे संबंधित प्रेरक के खाते में स्थानांतरित कर दिए। प्रेरकों के रजिस्टर में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या प्रति ग्राम पंचायत 20 से 25 है। इनमें अधिकांश महिला प्रेरक हैं। वे गांव स्थित परिषदीय विद्यालयों में प्रतिदिन शिक्षण कार्य कर रही हैं। इतना ही नहीं वे विद्यालयीय कार्य में भी हाथ बंटाते हैं। एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में वे शिक्षा विभाग के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। उक्त दोनों शिक्षा क्षेत्रों के संयुक्त खंड शिक्षा अधिकारी केपी ¨सह ने बताया कि बजट के अभाव में मानदेय नहीं दिया जा सका। इसके लिए पत्राचार किया गया है। बजट प्राप्त होते ही मानदेय उनके खातों में भेजकर समस्या दूर कर दी जाएगी।