इलाहाबाद : आज से स्कूलों में पढ़ाने जाएंगे जिले के 3.5 हजार शिक्षामित्र
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । सहायक अध्यापक पद पर बनाए रखने और शिक्षामित्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट में पुर्नविचार याचिका दाखिल करने समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलित शिक्षामित्रों ने मंगलवार को सातवें दिन आंदोलन स्थगित कर दिया। प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर जिले के साढ़े तीन हजार शिक्षामित्रों ने बुधवार से स्कूलों में पढ़ाने का निर्णय लिया है। जिले में कुल 3642 शिक्षामित्र हैं। इनमें 3248 का समायोजन हो चुका है जबकि 394 का समायोजन होना बाकी है। 25 जुलाई के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षामित्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया था। संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले मंगलवार से सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय मम्फोर्डगंज में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे। शिक्षामित्रों ने कमिश्नर के प्रतिनिधि को मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के शहर में होने की जानकारी मिलने पर फाफामऊ पुल पर पहुंचकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। उन्होंने भी शिक्षामित्रों को आश्वासन देते हुए कहा कि वे कैबिनेट की बैठक में जा रही हंै। आप लोग आत्महत्या न करें सरकार कोई रास्ता निकालेगी। धरने में प्रमुख रूप से सुरेन्द्र पांडेय, अरुण पटेल, सुनील तिवारी, जनार्दन पांडेय, प्रतिमा मिश्रा, वंदना सरोज, शिव पूजन सिंह, सुमन्त तिवारी, कमलाकर सिंह, महेंद्र पांडेय, अमर बहादुर, अमर सिंह, सुशील मिश्र, सिद्धराज सिंह, अतुल द्विवेदी, संतोष बाबू पाल, कौशलेश सिंह, अब्दुल मोकित, नौशाद अहमद, जगदीश केसरी, सुनील शुक्ल, संतोष पांडेय, घनश्याम दत्त, प्रताप बहादुर, अनिल यादव, राम हिन्छ, बड़े लाल, विनय सिंह आदि शामिल थे। कांग्रेस ने शिक्षामित्रों को दिया समर्थन इलाहाबाद। जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्याम सुंदर शर्मा के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय मम्फोर्डगंज पहुंचकर शिक्षामित्रों से मुलाकात की और उनके आंदोलन का समर्थन किया। कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार मिलकर ऐसा विधेयक लाए जिससे शिक्षामित्रों का समायोजन हो सके। प्रतिनिधिमंडल में अर्जुन रावत, विजयकान्त मिश्र, अंकित शर्मा, सुशीला शुक्ला आदि शामिल थीं।