लखनऊ : शिक्षामित्र नेताओं ने अपील की है कि सभी शिक्षामित्र स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाए, शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति ने शिक्षक दिवस यानी 5 सितम्बर के मौके पर विधानसभा के घेराव का ऐलान किया
राज्य मुख्यालय। शिक्षामित्र नेताओं ने अपील की है कि सभी शिक्षामित्र स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाए। स्कूलों में पठन-पाठन का माहौल बनाए रखे। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा है कि शिक्षामित्रों की पहचान स्कूल जाकर पढ़ाने से बनी है। उन्हें ये नौकरी भी इसीलिए मिली है कि वे बच्चों को पढ़ा रहे थे इसलिए वे आंदोलन की राह छोड़ कर स्कूलों में जाए।
वहीं उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा है कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि उनके समायोजन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जा रहा है। दरअसल शिक्षामित्रों के कई संघ हैं। दो बड़े संघों को छोड़ कर बाकी संघों से जुड़े शिक्षामित्र तरह-तरह के आंदोलन में व्यस्त हैं। मसलन दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षामित्र दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं।
वहीं शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति ने शिक्षक दिवस यानी 5 सितम्बर के मौके पर विधानसभा के घेराव का ऐलान किया है। इसके अलावा कई शिक्षामित्र राजधानी में डेरा डाल कर नजर रखे हैं कि सरकार उन पर क्या निर्णय लेती है। ऐसे में स्कूलों में पढ़ाई पर इसका खासा असर पड़ रहा है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ही मुलाकात में साफ कर दिया था कि वार्ता और आंदोलन एक साथ नहीं चल सकता। शिक्षामित्र आंदोलन खत्म करें तभी सरकार उन पर विचार करेगी ।