लखनऊ : शिक्षामित्रों ने पेड़-पौधों पर निकाला अपना गुस्सा, सरकार को दिया 60 लाख का झटका
टीम डिजिटल/अमर उजाला, लखनऊ । समायोजन रद्द होने की शिक्षामित्रों की नाराजगी लक्ष्मण मेला मैदान के सौन्दर्यीकरण को लगाए गए पेड़-पौधों को झेलनी पड़ी। प्रदर्शन के दौरान शिक्षामित्रों ने पेड़ उखाड़े और घर लौटते वक्त कीमती पौधे उखाड़ कर ले गए। सिंचाई विभाग ने करीब 60 लाख रुपये के नुकसान का आकलन लगाया है। इसके अलावा धरनास्थल पर गंदगी का आलम यह है कि विभाग को साफ करवाने में तीन-चार दिन का समय लगेगा।
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद अध्यादेश लाकर शिक्षक बनाए जाने की मांग लेकर शिक्षामित्र सोमवार से हजारों की संख्या में लक्ष्मण मेला मैदान में जमा थे। तीन दिन तक चले प्रदर्शन के दौरान शिक्षामित्रों ने नाराजगी मैदान में लगे पेड़-पौधों पर निकाली। गर्मी से बचने को जहां पत्ते तोड़कर पंखे बनाए तो पुलिस व प्रशासन से दो-दो हाथ करने को पेड़ तोड़कर डंडे बना लिए। पंचवटी में बनी क्यारियों को पैरों तले रौंद दिया।
लक्ष्मण मेला मैदान के पेड़-पौधों की सुरक्षा को तैनात चौकीदार राम नरेश यादव का कहना है कि पेड़ों को नुकसान पहुंचा रहे शिक्षामित्रों को मना किया तो वे मारपीट पर उतारू हो गए। इतना ही नहीं शिक्षामित्र पुलिस की गाड़ियों में लगे डंडे भी ले गए। हजरतगंज में तैनात पुलिसकर्मी दिनेश कुमार ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान गाड़ी में डंडा लगाकर पानी पीने लगा। बाद में देखा तो वह गायब था।
*75 फीसदी हिस्सा किया बर्बाद*
शारदा सहायक नहर लखनऊ खंड के जूनियर इंजीनियर महीप कुमार का कहना है कि पंचवटी और लक्ष्मण मेला मैदान को मिलाकर एक किमी के 75 फीसदी क्षेत्र को शिक्षामित्रों ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। मैदान के सौंदर्यीकरण को लगाए गए जकरंडा, महोगनी, बंबूसा, वाशिंगटोनिया, चंपा जैसे कीमती पेड़ उखाड़ डाले। वहीं, अलमंडा, चांदनी, एक्जेरा, डाईनिला, गुलमोहरी, अल्पीनिया, कनेर सहित दर्जनों पेड़ शिक्षामित्र जाते समय साथ ले गए। जाली तक तोड़ दी। विभाग के स्टोर से स्टील के पाइप ले गए। करीब 60 लाख का नुकसान होने का अनुमान है।
*सफाई करवाने में लग जाएंगे कई दिन*
लक्ष्मण मेला मैदान पानी के पाउच और खाने के पैकेट से पटा पड़ा है। पन्नियों से जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है वहीं शिक्षामित्रों ने जगह-जगह नितक्रिया कर पूरे मैदान में गंदगी फैला रखी है। सुपरवाइजर अजय चौधरी का कहना है कि इस गंदगी को साफ करवाने में तीन से चार दिन लग जाएंगे।