आगरा : समयोजित शिक्षकों ने फिर शुरू किया आंदोलन
शिक्षामित्रों के समायोजन को सुप्रीम कोर्ट से निरस्त किए के जाने के विरोध में फिर से जिला मुख्यालय पर आंदोलन शुरू हो गया। सोमवार को सैकड़ों की संख्या में पहुंचे समायोजित शिक्षकों ने शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन किया।
सुप्रीम कोर्ट के 25 जुलाई को समायोजन निरस्त किए जाने के बाद समायोजित शिक्षकों ने आंदोलन किया था। 30 जुलाई तक मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन चलता रहा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित हो गया था। आश्वासन का समय पूरा होने पर भी सरकार की ओर से कोई फैसला न लिए जाने पर समायोजित शिक्षक फिर से आक्रोशित हो गए।
स्कूल छोड़कर मुख्यालय पर धरना दिया। हालांकि सभी समायोजित शिक्षक ने आंदोलन में भागेदारी नहीं की है। 17 अगस्त से बडे़ स्तर पर आंदोलन की शुरुआत होगी। आंदोलन का नेतृत्व कर नीरज चौहान ने कहा कि जल्द ही सरकार फैसला नहीं लेगी तो लखनऊ और दिल्ली में पूरे प्रदेश के समायोजित शिक्षक आंदोलन करेंगे। धरना प्रदर्शन में श्रीओम यादव, सुधीर यादव, जितेंद्र सिंह यादव, अजय यादव, धर्मेंद्र कुशवाह, आदेश यादव, चंद्रभान सिंह वर्मा, साहूकार वर्मा, धर्मेंद्र, सुनीता मौजूद रहे।
1673 शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त
फिरोजाबाद। अखिलेश सरकार में शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया था। जिले में दो चरणों में करीब 1673 शिक्षामित्रों का समायोजन किया तीसरे चरण के लिए 329 शिक्षामित्र बचे थे। तभी 12 सितंबर 2015 को हाईकोर्ट ने समायोजन निरस्त कर दिया। हाईकोर्ट के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया।