लखनऊ : मदरसो में राष्ट्रगान के वीडियोग्राफी का फरमान सरकार ने नहीं मदरसा बोर्ड का था: डा. दिनेश शर्मा
प्रमुख संवाददाता- राज्य मुख्यालय उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा का कहना है कि मदरसों में राष्ट्रगान की वीडियोग्राफी का फरमान सरकार का नहीं बल्कि मदरसा बोर्ड का था। यह बोर्ड पिछली सरकार द्वारा बनाई गई थी न कि हमारी सरकार द्वारा। उन्होंने यह भी कहा कि बोर्ड का वे समर्थन करते हैं। गुरुवार को हिन्दुस्तान कार्यालय पहुंचे डा. शर्मा ने कहा कि मुस्लिमों व मदरसों पर किसी प्रकार के शक का कोई औचित्य नहीं बनता। स्वतंत्रता दिवस हर हिन्दुस्तानी मनाता है और हिन्दुस्तानी हिन्दू भी है और मुसलमान भी। जहां तक वीडियोग्राफी की बात है तो सरस्वती शिशु मन्दिरों में भी वीडियो रिकार्डिंग हुई है। मदरसा बोर्ड स्वतंत्र बॉडी है अगर वह अच्छ कार्य करता है तो उसका स्वागत होना ही चाहिए। उन्होंने कहा, 15 अगस्त को हमारा ईदगाह भी भव्य रूप में सजा था। मुझे गर्व है अपने लखनऊ पर...। तीन तलाक से जुड़े सवाल के जवाब में डा. शर्मा ने कहा कि कई इस्लामिक देशों में इस पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध है। भारत धर्मनिरपेक्ष देश है यहां सभी को समानता का अधिकार है। फिर मुस्लिम बहनों के साथ दुराव या पक्षपात क्यों। तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब किसी ने तलाक, तलाक, तलाक कहा और कानून के दायरे से बाहर गए तो कड़ाक, कड़ाक, कड़ाक होगा। एक अन्य सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अश्फाकउल्ला खां, अब्दुल हमीद और अब्दुल कलाम जैसों को पूर्वज मानते हैं लेकिन लादेनी प्रवृति, अफजल गुरु वाली और बुरहानुवानी जैसे प्रवृति को राष्ट्र का दुश्मन मानते हैं।