लखनऊ : शिक्षामित्रों का आंदोलन: मांगों से कम पर समझौते को राजी नहीं, देंगे सामूहिक गिरफ्तारी
ब्यूरो/अमर उजाला, लखनऊ। सरकार की ओर से टीईटी की तिथि घोषित करने और दिसंबर में शिक्षक भर्ती कराने की घोषणा के बाद भी शिक्षामित्र आंदोलन पर अड़े हैं। राजधानी में शिक्षामित्रों का जमावड़ा मंगलवार को दूसरे दिन भी रहा।
इस दौरान शिक्षामित्रों ने लक्ष्मण मेला मैदान पर धरना-प्रदर्शन कर तीन सूत्री मांगे पूरी करने की मांग की। उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ से शिक्षामित्रों की बातचीत नहीं हो सकी।
शिक्षामित्रों ने बुधवार दोपहर 2 बजे तक मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं होने पर सामूहिक गिरफ्तारी देकर जेल भरो आंदोलन का एलान किया है।
*शिक्षामित्रों की एकता से सरकार की नीति विफल*
आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने कहा कि शिक्षामित्रों की एकता से सरकार की नीति विफल हो गई है।
सरकार ने शिक्षामित्रों से वादाखिलाफी की है। कई बार वार्ता में न्याय का आश्वासन दिया, लेकिन सोमवार को जो आदेश जारी किया है उससे शिक्षामित्रों का नुकसान होगा।
संयुक्त सक्रिय शिक्षक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीनानाथ दीक्षित ने कहा कि सरकार अपने वादे को भूल गई है।
*नहीं मानी बात तो देंगे गिरफ्तारी*
संघ के प्रदेश संरक्षक दुष्यंत चौहान ने कहा कि बुधवार दोपहर 2 बजे तक अगर सीएम से मुलाकात नहीं हुई तो शिक्षामित्र लक्ष्मण मेला मैदान से पैदल मार्च कर हजरतगंज थाने आकर गिरफ्तारी देंगे।
उप्र. प्रादेशिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि सरकार ने दस हजार रुपये मानदेय देने को कहा है। लेकिन शिक्षा मित्र इतने कम मानदेय में काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि समान कार्य, समान वेतन से कम पर समझौता नहीं होगा।