ड्रेस न किताब, सरकारी विद्यालय है जनाब
बलरामपुर : परिषदीय स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। शिक्षक अपने नियत समय से स्कूल नहीं आ रहे हैं। जिससे शिक्षण व्यवस्था रस्म अदायगी तक सिमट कर रह गई है। शनिवार की सुबह चार परिषदीय स्कूलों के शिक्षण व्यवस्था की पड़ताल की गई जिसमें कई शिक्षक नदारद मिले। कहीं बच्चे खेलते नजर आए तो कहीं बच्चे शिक्षकों का इंतजार करते देखे गए। प्रस्तुत है रिपोर्ट -
केस एक - समय
सुबह 8.20 मिनट। प्राथमिक विद्यालय बिजलीपुर द्वितीय। स्कूल में रसोइयां विद्यालय में झाड़ू लगाती दिखी। सहायक अध्यापक चंद्रसेन मौर्य कमरे में बैठे बच्चों के आने का इंतजार कर रहे थे। 139 के सापेक्ष 26 बच्चे स्कूल पहुंच चुके थे। सहायक अध्यापक ने बताया कि स्कूल में पांच शिक्षक तैनात हैं। बारिश होने के चलते प्रधानाध्यापक अमिता, सहायक अध्यापक नीलिमा शुक्ला, रोली मिश्रा व ममता ¨सह स्कूल नहीं पहुंच पाई हैं।
केस
दो - समय सुबह 8.25 बजे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगाडीह। स्कूल
में बच्चे गेट पर खड़े मिले। कुछ बच्चे एक से दूसरे कमरे का चक्कर लगा रहे थे। कुर्सी पर बैठी प्रधानाध्यापक मंजुल मैंक श्रीवास्तव बगल के कमरे में बच्चों की उपस्थिति ले रहीं थी। प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल में कुल चार शिक्षक तैनात हैं लेकिन तीन शिक्षक रंजना पांडेय, अंजू ¨सह व अर्शिया खान आज छुट्टी पर हैं। स्कूल में 68 बच्चे आए हैं कक्षाएं अलग होने के चलते सभी को संभालने में दिक्कत हो रही है।
केस
तीन - सुबह 8.30 बजे। प्राथमिक विद्यालय मुसीबतपुरवा। स्कूल के गेट के सामने
पानी भरा होने के कारण बच्चों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। परिसर में सहायक अध्यापक पंकज वर्मा व सुधा शुक्ला बच्चों को अलग-अलग बैठाकर पढ़ा रहीं थी। थोड़ी देर बाद प्रधानाध्यापक प्रेम कुमार पाठक स्कूल पहुंची। उन्होंने बताया कि बारिश होने के चलते स्कूल पहुंचने में देर हो गई है।
केस चार - सुबह 8.45 बजे। प्राथमिक विद्यालय कटरा शंकर नगर। इंचार्ज प्रधानाध्यापक
राजेश कुमार ¨सह व मंजू देवी बच्चों को पीटी करवा रहीं थी। रसोइयां परिसर में झाड़ू लगा रही थी। प्रभारी प्रधानाचार्य ने बताया कि स्कूल में एक शिक्षामित्र सीमा परवीन भी तैनात हैं, वह स्कूल आ ही रही होंगी। बताया कि परिसर में लगे दोनों हैंडपंप खराब हैं। ऐसे में बच्चों को पानी पीने के लिए दूसरे के घर जाना पड़ता है।
बच्चों को अबतक नहीं मिली ड्रेस
बेसिक
शिक्षा विभाग द्वारा ड्रेस खरीद का पैसा छह जुलाई को ही परिषदीय स्कूलों में भेज दिया गया है लेकिन अबतक इन में से किसी भी स्कूल में बच्चों को ड्रेस वितरित नहीं की गई है। बच्चे यहां रंग बिरंगे कपड़ों में ही स्कूल आ रहे हैं।
चार माह बाद भी नहीं मिलीं किताबें
उपरोक्त स्कूलों में बच्चों को अबतक किताबें नहीं मिली हैं। स्कूल में बच्चों को पुरानी किताबों से ही पढ़ाई करनी पड़ रही है। शिक्षकों ने बताया कि न्यायपंचायत पर किताबें आने की सूचना मिल गई है। एक दो दिन में वहां से लेकर किताबें वितरित कर दी जाएंगी।
सभी शिक्षकों को समय से
स्कूल पहुंचने का निर्देश दिया गया है। विभाग द्वारा इसकी नियमित मानीट¨रग भी कराई जा रही है। समय से स्कूल न आने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अधिकांश किताबें आ गई हैं। जल्दी ही स्कूल में बच्चों को किताबें वितरित कर दी जाएंगी।
- रमेश यादव
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी