प्रतापगढ़ : धरने के दौरान पांच महिला शिक्षामित्र हुईं बेहोश, नहीं मिली एंबुलेंस, निजी वाहन से ले जाया गया अस्पताल , सीएम से वार्ता के बाद धरना स्थगित , शिक्षामित्रों ने अध्यादेश लाने की बुलंद की आवाज
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के कचहरी में मंगलवार को हुए धरना प्रदर्शन के दौरान पांच महिला शिक्षामित्र नौकरी जाने के सदमे से बेहोश हो गईं। उन्हें आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। सुबह दस बजे से कचहरी में धरना प्रदर्शन शुरू हुआ। एसोसिएशन की प्रांतीय सचिव एवं जिलाध्यक्ष रीना सिहं ने धरने को संबोधित करते हुए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग को दोहराते हुए कहा कि जब तक अध्यादेश जारी नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा। इसके उपरांत वह आंदोलन के दूसरे चरण की रणनीति बनाने धरना स्थल से बाहर अंबेडकर चौराहे गईं। वहां से वापस आने पर दिन में लगभग 12:30 बजे उन्होंने पाया कि नौकरी जाने के सदमे में प्राथमिक विद्यालय मिश्रपुर की मीना मिश्र (45) पत्नी कृष्ण शंकर निवासी तिवारीपुर कंधई, शिवदेवी (35) पत्नी सुरेश कुमार निवासी टिकरी मांधाता, शकुंतला (30) पत्नी मुन्ना लाल निवासी गेलापुर कंधई, इंदू पत्नी संतोष कुमार निवासी सगरा कोतवाली तथा गायत्री पत्नी उदयराज निवासी अमावां उदयपुर बेहोश पड़ी थी। इस पर उन्होंने एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस के न आने पर सभी निजी वाहनों से जिला अस्पताल ले जाया गया। 115 दिन के लिए स्थगित हुआ आंदोलन : मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद शिक्षामित्रों का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह जानकारी आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष रीना सिंह ने देते हुए बताया कि मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही व संयुक्त समायोजित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला सहित अन्य नेताओं के साथ हुई वार्ता में मुख्यमंत्री ने 15 दिन का समय लिया है। बुधवार से सभी शिक्षामित्र अपने सकूलों में जाकर पठन पाठन का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर सरकार ने वादाखिलाफी की तो पुन: आंदोलन किया जाएगा। धरने के दौरान महामंत्री रामकृष्ण विश्वकर्मा, पंकज सिंह, तौफीक अहमद, देवेंद्र पुष्पाकर, राजकुमार शुक्ल, आशा पांडेय, राम सिंह, विवेक सिंह, रमाकांत, राजेंद्र, हौलेंद्र सिंह, गंगाराम दुबे, उमेंद्र सिंह, राजेश मिश्र, कमलेंद्र सिंह, शिखा सिंह, गीता, कंचन, बीना आदि मौजूद रहीं।1ठीक कराया गया वार्ड का पंखा : धरने के दौरान बेहोश हुईं पांच महिला शिक्षामित्रों को जिस वार्ड में भर्ती कराया गया था, वहां सिर्फ एक पंखा चल रहा था। बाकी पंखे खराब थे। इसकी जानकारी रीना सिहं ने सीएमएस डा.पीएम गुप्ता को दी तो उन्होंने वार्ड के सारे पंखे बिजली मिस्त्री भेज कर ठीक कराए।जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के कचहरी में मंगलवार को हुए धरना प्रदर्शन के दौरान पांच महिला शिक्षामित्र नौकरी जाने के सदमे से बेहोश हो गईं। उन्हें आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। सुबह दस बजे से कचहरी में धरना प्रदर्शन शुरू हुआ। एसोसिएशन की प्रांतीय सचिव एवं जिलाध्यक्ष रीना सिहं ने धरने को संबोधित करते हुए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग को दोहराते हुए कहा कि जब तक अध्यादेश जारी नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा। इसके उपरांत वह आंदोलन के दूसरे चरण की रणनीति बनाने धरना स्थल से बाहर अंबेडकर चौराहे गईं। वहां से वापस आने पर दिन में लगभग 12:30 बजे उन्होंने पाया कि नौकरी जाने के सदमे में प्राथमिक विद्यालय मिश्रपुर की मीना मिश्र (45) पत्नी कृष्ण शंकर निवासी तिवारीपुर कंधई, शिवदेवी (35) पत्नी सुरेश कुमार निवासी टिकरी मांधाता, शकुंतला (30) पत्नी मुन्ना लाल निवासी गेलापुर कंधई, इंदू पत्नी संतोष कुमार निवासी सगरा कोतवाली तथा गायत्री पत्नी उदयराज निवासी अमावां उदयपुर बेहोश पड़ी थी। इस पर उन्होंने एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस के न आने पर सभी निजी वाहनों से जिला अस्पताल ले जाया गया। 115 दिन के लिए स्थगित हुआ आंदोलन : मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद शिक्षामित्रों का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह जानकारी आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष रीना सिंह ने देते हुए बताया कि मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही व संयुक्त समायोजित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला सहित अन्य नेताओं के साथ हुई वार्ता में मुख्यमंत्री ने 15 दिन का समय लिया है। बुधवार से सभी शिक्षामित्र अपने सकूलों में जाकर पठन पाठन का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर सरकार ने वादाखिलाफी की तो पुन: आंदोलन किया जाएगा। धरने के दौरान महामंत्री रामकृष्ण विश्वकर्मा, पंकज सिंह, तौफीक अहमद, देवेंद्र पुष्पाकर, राजकुमार शुक्ल, आशा