आगरा : स्कूलों में यूनिफार्म और किताबों के लिए तरसता ‘बचपन’तमाम परिषदीय स्कूलों में बिना किताबों के पढ़ने को बेबस बच्चे, कई बार बढ़ाया जा चुका है यूनिफार्म और किताब वितरण का समय, अफसरों की कार्ययोजना के नहीं हुए ‘दर्शन’
जागरण संवाददाता, आगरा: परिषदीय विद्यालय में शिक्षा सत्र शुरू हुए चार माह बीत गए हैं, फिर भी सभी छात्र-छात्रओं तक यूनिफार्म और किताबें नहीं पहुंची हैं। तमाम स्कूलों के बच्चे बिना किताबों के ही पढ़ाई कर रहे हैं। कब तक सभी बच्चों को किताब और यूनिफार्म मिल पाएंगी, इसे लेकिन विभाग के अफसर अभी दावा नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि अब तक वितरण का समय कई बार बढ़ाया जा चुका है। जबकि किताबें जिला और ब्लॉक कार्यालय पर रखी हुई हैं। 1परिषदीय स्कूलों में शिक्षा सत्र अप्रैल में शुरू हुआ, लेकिन विभाग के अफसरों से यूनिफार्म और किताब वितरण को एक से 10 जुलाई तक का समय सुनिश्चित किया। इसके बाद 15 जुलाई और उसके बाद 30 जुलाई तक वितरण का समय बढ़ा दिया गया। अब वितरण का समय बढ़ाकर 15 अगस्त तक कर दिया है। अब भी अफसरों को भरोसा नहीं है कि निर्धारित समय तक सभी स्कूलों तक यूनिफार्म और किताब पहुंच पाएंगी। विभागीय जानकारों का कहना है कि किताबों और यूनिफार्म की खेप जैसे-जैसे आ रही हैं, उन्हें संबंधित स्कूलों में भेजा जा रहा है। अब महज 25 फीसद स्कूल ही रह गए हैं, जहां यूनिफार्म और किताबों का वितरण होना है। जिले में 2970 विद्यालय हैं, जिनमें से दो हजार से अधिक विद्यालयों में यूनिफार्म और किताबों का वितरण कराया जा चुका है।आगरा: परिषदीय स्कूलों में शिक्षण कार्य और अन्य व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कमिश्नर के निर्देश पर अफसरों ने 104 स्कूल गोद तो ले लिए, लेकिन अभी तक अधिकांश अफसरों ने कार्ययोजना ही तैयार नहीं की है और जिन्होंने कार्ययोजना तैयार कर ली है, उनकी कार्ययोजना फाइलों से मुक्त नहीं हो पाई है। जबकि परिषदीय स्कूलों की शिक्षा प्रणाली र्ढे से मुक्ति को तरस रही है। परिषदीय स्कूलों में अध्यापन, शिक्षकों की उपस्थिति, हैंडपंप, बिजली आपूर्ति, किताब, ड्रेस, मिड डे मील वितरण की क्या स्थिति है, ये किसी से छिपा नहीं है। छात्र-छात्रओं को किस स्तर की शिक्षा प्रदान की जा रही है, इसका इम्तिहान खुद कमिश्नर कई बार स्कूलों में जाकर ले चुके हैं। इसीलिए उन्होंने अपने स्तर से 104 अफसरों से उतने ही परिषदीय स्कूलों को गोद लेने को कहा और स्कूलों में सुधार लाने को कार्ययोजना तैयार कर उस पर अमल कराने को निर्देश दिए थे। अफसरों ने स्कूल गोद भी ले लिए,लेकिन प्रक्रिया इससे आगे नहीं बढ़ी। हालांकि अधिकांश अफसर कह चुके हैं कि उन्होंने कार्ययोजना तैयार कर ली है। लेकिन स्कूलों में अध्यापकों और छात्र-छात्रओं ने न तो अभी संबंधित अफसर को देखा है और न ही उनकी कार्ययोजना की कोई जानकारी है। जबकि साढ़े चार माह बीत चुके हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक गिर्जेश चौधरी का कहना है कि अधिकांश अफसरों ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। आगामी दिनों में अफसरों की कार्ययोजना का असर स्कूलों में दिखने लगेगा।15 तक पहुंचेंगी यूनिफार्म और किताब1संबंधित एबीएसए, कर्मचारियों और शिक्षकों को जल्द से जल्द किताब और यूनिफार्म वितरण कराने को कहा है। विगत दिनों हुई बैठक में भी 15 अगस्त तक का वितरण को समय दिया गया है।1गिर्जेश चौधरी, सहायक निदेशक