इलाहाबाद : यूपी बोर्ड का पाठ्यक्रम एकीकरण कल से, एनसीईआरटी लगाएगा अंतिम मुहर
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की ओर से संचालित माध्यमिक विद्यालयों में सीबीएसई तर्ज पर पढ़ाई कराने के लिए फिर पाठ्यक्रम एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो रही है। पाठ्यक्रम समितियां तीन से 18 अगस्त तक इस पर चर्चा करके इंटर की परीक्षा में एक प्रश्नपत्र पर अंतिम मुहर लगाएंगी। वहीं, जुलाई माह में तमाम विषयों का एकीकरण किया जा चुका है, जो विषय रह गए हैं उन्हें अब दूसरे चरण में एक करके सीबीएसई की तर्ज पर लाने की तैयारी है। बदले पाठ्यक्रम को अगले सत्र से लागू करने की तैयारी है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई का पाठ्यक्रम शासन ने समान करने के निर्देश हैं। बोर्ड ने पहले तीन से 14 जुलाई तक 33 पाठ्यक्रम समितियों की बैठक बुलाकर इस पर अमल कराया। हाईस्कूल स्तर (कक्षा 9 व 10) व इंटरमीडिएट स्तर (कक्षा 11 व 12) में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी व कई अन्य विषयों की पढ़ाई पहले से ही दोनों जगह (यूपी बोर्ड व सीबीएसई) लगभग एक जैसी रही है। करीब 20 प्रतिशत पाठ्यक्रम का जो फासला रहा है, उसे भी अब 95 फीसद तक समान किया जा चुका है।
हाईस्कूल व इंटर के अहम विषयों को एक करने का कार्य पूरा हो चुका है, केवल स्थानीय विषय इतिहास, भूगोल, संगीत, गायन, कृषि और देश की विभिन्न भाषाएं बांग्ला, उड़िया आदि के अलावा तकनीकी विषयों का एकीकरण होना अभी शेष है। इसके लिए यूपी बोर्ड अब आगामी तीन से 18 अगस्त तक इन विषयों के विशेषज्ञों को बुलाकर हरसंभव पाठ्यक्रम समान करेगा।
बोर्ड इनमें बहुत बदलाव करने के पक्ष में नहीं है। अफसरों का मानना है कि स्थानीय महापुरुष व संस्कृति की जानकारी हर छात्र-छात्र को बेहतर तरीके से होनी ही चाहिए, फिर भी उस पर विस्तार से मंथन जरूर होगा। पहले पाठ्यचर्या समिति और फिर यूपी बोर्ड इन बदलावों पर मुहर लगाएगा, तब उसे शासन के अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा।
एनसीईआरटी लगाएगा अंतिम मुहर
यूपी बोर्ड पाठ्यक्रम में बदलाव पूरा कराने के बाद उसे एनसीईआरटी के समक्ष भेजेगा और वहां से मुहर लगने के बाद ही पाठ्यक्रम अधिकृत होगा। वहीं, 2019 में इंटर में हर विषय में एक प्रश्नपत्र की परीक्षा पर पहले ही मुहर लग चुकी है।