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इलाहाबाद : अब अंधेरे में नहीं रहेंगे प्राइमरी स्कूल, लगेगा सोलर प्लांट लेकिन बिना अनुचर के सुरक्षित बच पायेगा

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अब अंधेरे में नहीं रहेंगे प्राइमरी स्कूल, लगेगा सोलर प्लांट लेकिन बिना अनुचर के सुरक्षित बच पायेगा

अजहर अंसारी, इलाहाबाद : जिले के प्राइमरी स्कूल अब अंधेरे में नहीं रहेंगे। जिले के 250 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिजली और पंखा के लिए सौर ऊर्जा पावर प्लांट स्थापित करने की योजना है। प्लांट से सबमर्सिबल पंप, आरओ भी संचालित किए जाएंगे। जनपद के 21 मंडल के विद्यालयों का चयन कर जल्द ही सूची शासन को भेजी जाएगी।

बेसिक विद्यालयों में बिजली की आवाजाही से पठन पाठन में दिक्कत हो रही थी। बच्चों को अंधेरे से निजात दिलाने एवं क्लास रूम में पंखे हमेशा चलते रहे इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों में सोलर प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार की नई योजना के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल और पंखे-बिजली की सुविधा के लिए सौर ऊर्जा पावर प्लांट स्थापित करना है। चिंहित विद्यालयों में 1.1 किलो वाट के सोलर पैनल स्थापित किए जाने हैं। सौर ऊर्जा से प्राप्त बिजली से प्रधानाध्यापक कक्ष समेत चार कक्षाओं में पंखे चल सकेंगे। प्रत्येक विद्यालयों को पांच पंखे उपलब्ध कराए जाएंगे। इस योजना में आरओ वाटर प्यूरीफायर, वाटर पंप और एक हजार लीटर का ओवर हेड टैंक भी बनाया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि सोलर प्लांट लगाने के लिए जनपद के 250 प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया जाना है। यह सुविधा उन विद्यालयों को प्राथमिकता के आधार पर प्रदान की जाएगी जहां पर छात्र संख्या 100 या इसे इससे अधिक होगी। विद्यालय भवन में वाटर टैंक की स्थापना के लिए पक्की छत उपलब्ध हो। जिन छतों पर सोलर प्लांट लगाया जाएगा वहां पर किसी प्रकार की छाया नहीं होनी चाहिए। स्थापना के पश्चात संयंत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित प्रधानाचार्य और ग्राम प्रधान पर होगी।

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