चहेतों को मनपसंद स्कूल में समायोजित करने के आरोप
- बीएसए ने कहा-रद होगी प्रक्रिया, वापस अपने स्कूल जाएंगे शिक्षक
- शिक्षक संघ जता रहे शिक्षकों से लेन-देन करने की भी आशंका
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : समायोजन व स्थानांतरण पर स्थगन आदेश के बावजूद शिक्षक-शिक्षिकाओं के समायोजन व स्थानांतरण किए गए हैं। इस खेल में चहेतों को उनकी पसंद के स्कूलों में समायोजित किया गया। इसके अलावा स्थानांतरण भी किए गए। जब समायोजन व स्थानांतरण पर स्थगन आदेश आ गया तो समायोजन किस आधार पर किया गया? शिक्षकों से लेन-देन कर प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है। यह आरोप उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने अफसरों पर लगाए हैं।
संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. प्रशांत शर्मा ने कहा कि 31 जुलाई के पहले समायोजन पर स्थगन आदेश आया और उसके बाद नगर शिक्षा अधिकारियों ने 18 शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्थानांतरण कर दिया। जिन स्कूलों में छात्र संख्या के आधार पर पर्याप्त शिक्षक हैं, वहां भी चहेतों को समायोजित किया गया। कई ने तो ज्वॉइनिंग भी कर ली है। अगर बीएसए स्तर से इस समायोजन व स्थानांतरण प्रक्रिया को रद न किया गया तो शिक्षक संघ धरना-प्रदर्शन को मजबूर होगा। बीएसए धीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह लिस्ट नगर शिक्षा अधिकारियों ने जारी की थी। जब शिक्षामित्र काम पर नहीं जा रहे थे, तब छात्रहित को देखते हुए यह अस्थायी व्यवस्था की गई थी। जब शिक्षामित्रों पर निर्णय आ गया तो यह प्रक्रिया रद की जाएगी। मंगलवार को पता कराएंगे कि अगर किसी शिक्षक ने नई जगह ज्वॉइन भी कर लिया है तो उसे पूर्व के स्कूल में ही भेजा जाएगा।