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प्रतापगढ़ : एलबेंडाजॉल से बच्चों की हालत बिगड़ी, गोली खाने के बाद पेट और सिर में होना शुरू हो गया तेज दर्द, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती, मिड-डे मील में मरी गिलहरी निकलने से अफरातफरी

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प्रतापगढ़ : एलबेंडाजॉल से बच्चों की हालत बिगड़ी, गोली खाने के बाद पेट और सिर में होना शुरू हो गया तेज दर्द, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती, मिड-डे मील में मरी गिलहरी निकलने से अफरातफरी

संवाद सूत्र, पहासू : गांव उटारावली स्थित जूनियर हाईस्कूल में पेट के कीड़े मारने की दवा (एलबेंडाजॉल) खिलाई गई। जिसे खाने के बाद छह छात्र-छात्रओं की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिन्हें आनन फानन में पहासू कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां उनकी हालत में सुधार होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

पहासू ब्लाक क्षेत्र के गांव उटरावली स्थित जूनियर हाईस्कूल में गुरुवार दोपहर को छात्र-छात्रओं को साढ़े 11 बजे मिड-डे मील खिलाया गया। उसके 45 मिनट बाद लगभग सवा बाहर बजे 80 छात्र-छात्रओं को पेट के कीड़े मारने वाली दवा खिलाई गई। दवा खाने के कुछ ही समय बाद अचानक छात्र अंकित पुत्र नवरत्न, करन पुत्र रामगोपाल, छात्र अनुपमा पुत्री राकेश, सपना पुत्री करण सिंह, अंजली पुत्री सुनील और अल्पी पुत्री प्रकाश की अचानक तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई। छात्र-छात्रओं के पेट दर्द और सिर में दर्द होने लगा। जिस पर वह स्कूल प्रांगण में पेट पकड़कर रोने लगे। छात्रों की हालत बिगड़ता हुआ देखकर स्कूल के शिक्षकों में अफरातफरी का माहौल बन गया। मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक हरिराम और सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार ने विभागीय अधिकारियों को सूचित करते हुए एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन काफी देर तक एंबुलेंस के नहीं पहुंचने पर शिक्षकों ने कार मंगवाकर बच्चों को पहासू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उनका ईलाज किया। प्राथमिक उपचार के बाद छात्रों की हालत में सुधार होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई। जिसके बाद स्कूल के शिक्षकों ने राहत की सांस ली। उधर जानकारी होने पर छात्रों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए।

फोन करने के बाद भी नहीं पहुंची एंबुलेंस

स्कूल के प्रधानाध्यापक हरिराम ने बताया कि पेट में कीड़े मारने की दवा खिलाने के बाद जब छात्रों की तबीयत खराब होने पर उन्होंने तुरंत एंबुलेंस को फोन किया गया। 40 मिनट बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। ऐसे में बच्चों की हालत बिगड़ता हुआ देखकर उन्हें पर्सनल कार मंगवाकर अस्पताल पहुंचाया गया। एक बाद फिर से समय पर एंबुलेंस के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।

संवाद सूत्र, पहासू : गांव उटारावली स्थित जूनियर हाईस्कूल में पेट के कीड़े मारने की दवा (एलबेंडाजॉल) खिलाई गई। जिसे खाने के बाद छह छात्र-छात्रओं की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिन्हें आनन फानन में पहासू कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां उनकी हालत में सुधार होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

पहासू ब्लाक क्षेत्र के गांव उटरावली स्थित जूनियर हाईस्कूल में गुरुवार दोपहर को छात्र-छात्रओं को साढ़े 11 बजे मिड-डे मील खिलाया गया। उसके 45 मिनट बाद लगभग सवा बाहर बजे 80 छात्र-छात्रओं को पेट के कीड़े मारने वाली दवा खिलाई गई। दवा खाने के कुछ ही समय बाद अचानक छात्र अंकित पुत्र नवरत्न, करन पुत्र रामगोपाल, छात्र अनुपमा पुत्री राकेश, सपना पुत्री करण सिंह, अंजली पुत्री सुनील और अल्पी पुत्री प्रकाश की अचानक तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई। छात्र-छात्रओं के पेट दर्द और सिर में दर्द होने लगा। जिस पर वह स्कूल प्रांगण में पेट पकड़कर रोने लगे। छात्रों की हालत बिगड़ता हुआ देखकर स्कूल के शिक्षकों में अफरातफरी का माहौल बन गया। मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक हरिराम और सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार ने विभागीय अधिकारियों को सूचित करते हुए एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन काफी देर तक एंबुलेंस के नहीं पहुंचने पर शिक्षकों ने कार मंगवाकर बच्चों को पहासू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उनका ईलाज किया। प्राथमिक उपचार के बाद छात्रों की हालत में सुधार होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई। जिसके बाद स्कूल के शिक्षकों ने राहत की सांस ली। उधर जानकारी होने पर छात्रों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए।

फोन करने के बाद भी नहीं पहुंची एंबुलेंस

स्कूल के प्रधानाध्यापक हरिराम ने बताया कि पेट में कीड़े मारने की दवा खिलाने के बाद जब छात्रों की तबीयत खराब होने पर उन्होंने तुरंत एंबुलेंस को फोन किया गया। 40 मिनट बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। ऐसे में बच्चों की हालत बिगड़ता हुआ देखकर उन्हें पर्सनल कार मंगवाकर अस्पताल पहुंचाया गया। एक बाद फिर से समय पर एंबुलेंस के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।पहासू अस्पताल में भर्ती स्कूली बच्चे ’ जागरणअस्पताल में भर्ती स्कूली बच्चे ’ जागरणखाना खाने के आधा घंटे बाद गोली खानी चाहिए। यदि खाना-खाने के तुरंत बाद गोली खि

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