सहारनपुर : राजकीय स्कूलों में पढ़ाने को आतुर बेसिक शिक्षक
जागरण संवाददाता, सहारनपुर :माध्यमिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत राजकीय स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने का काम प्रतिनियुक्ति के आधार पर किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक इन स्कूलों में जाने के लिए ताना-बाना बुनने में लग गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में 700 से ज्यादा शिक्षक सरप्लस है। कई शिक्षक सुगम स्थानों पर बने स्कूलों का भूगोल खंगालने में जुटे गए हैं।
बेसिक शिक्षा में सुधार की दिशा में आगे बढ़ रही प्रदेश सरकार इन दिनों शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए गंभीर है। बच्चों को किताबें व ड्रेस देने का कार्यक्रम गत वर्षों के मुकाबले जल्द शुरू हो सका। प्रथम चरण में ड्रेस की 75 प्रतिशत राशि आवंटन के बाद शेष राशि भी मुख्यालय द्वारा जारी कर दी गई। इसी के साथ राजकीय हाईस्कूल व इंटर कालेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को प्रतिनियुक्ति से भरे जाने के विचार को फलीभूत करने में देरी नहीं हुई। अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल ने प्रतिनियुक्ति के संबंध में आदेश जारी कर दिए है। निर्धारित प्रारूप में आवेदन के बाद साक्षात्कार के आधार पर प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जायेगी। इसके लिए जिला स्तरीय कमेटी प्रक्रिया पूरी करेगी।
जिले में एक तिहाई पद रिक्त
जिले के 42 राजकीय हाईस्कूल व इंटर कालेजों में स्वीकृत पदों के सापेक्ष शिक्षकों के 180 से ज्यादा पद रिक्त है। प्रशिक्षित स्नातक वेतनक्रम और प्रवक्ता पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया काफी समय से विभिन्न कारणों से प्रभावित रही है। कई स्कूलों में गणित और विज्ञान के अध्यापक नहीं है। पीटीए शिक्षकों से पढ़ाई कराना प्रधानाचार्यो की मजबूरी बन गया है।
समायोजन पर रोक को बढ़ाए कदम
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षकों के समायोजन पर रोक अनेक शिक्षकों के सपने चकनाचूर हो गए थे। समायोजन में 300 शिक्षकों में से 80 फीसदी को पसंदीदा स्कूल मिल गए थे। ज्यादातर ऐसे शिक्षक अब राजकीय स्कूलों में प्रतिनियुक्ति को एक अच्छा अवसर मानकर चल रहे है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में पहुंचकर कई शिक्षक राजकीय स्कूलों का भूगोल खंगालने में जुट गए है।