लखनऊ : बीटीसी प्रशिक्षुओं को हर माह देनी होगी परीक्षा
जागरण संवाददाता, लखनऊ : बीटीसी प्रशिक्षण करने वाले प्रशिक्षुओं को अब हर माह परीक्षा देनी होगी। आंतरिक मूल्यांकन के तहत होने वाली परीक्षा माह की प्रत्येक 15 और 22 तारीख के बीच होगी। इसके अंक वार्षिक परीक्षा के नतीजों में भी जोड़े जाएंगे। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) ने बीटीसी अभ्यर्थियों की हाजिरी सौ फीसद कराने के लिए इस व्यवस्था को शुरू करने का मन बनाया है।
मालूम हो कि दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण डायट के अलावा कई अन्य निजी कॉलेजों में चल रहा है। डायट लखनऊ में करीब दो सौ अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। डायट प्राचार्य डॉ. पवन कुमार सचान ने बताया कि दो वर्ष के कोर्स में चार सेमेस्टर होते हैं। कोर्स के दौरान प्रशिक्षु अनियमित भी पाए जाते हैं। उनकी अनुपस्थिति का ग्राफ लेवल भी काफी रहता है। इस स्थिति से उबरने के लिए लंबे समय से विचार हो रहा था। इसे लेकर बीटीसी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सतत एवं व्यापक मूल्यांकन को महत्वपूर्ण बनाते हुए इसमें संशोधन किया गया है। इसके तहत अब हर माह बीटीसी प्रशिक्षुओं को लिखित व मौखिक परीक्षा देनी होगी। इसमें 30 अंक इंटरनल व 20 अंक प्रैक्टिकल के शामिल रहेंगे। प्रशिक्षुओं को प्राप्त होने वाले अंक के आधार पर ही इनका ग्रेड तय किया जाएगा।
डॉ. पवन ने बताया कि प्रशिक्षुओं की प्रत्येक परीक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति होनी अनिवार्य है। जिन प्रशिक्षुओं की 25 दिन में 75 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति रहेगी, वही मासिक परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।